करनाल । इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव व ऐलनाबाद से पूर्व विधायक अभय सिंह चौटाला ने मनोहर लाल के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार द्वारा राज्य के किसानों का गेहूं तो खरीदा नहीं जा रहा, जबकि यहीं सरकार दूसरे प्रदेशों का गेहूं 20 रुपए प्रति क्विंटल की रिश्वत लेकर धड़ल्ले से प्रदेश की मंडियों में खरीद रही है. उन्होंने कहा कि बुधवार को करनाल और घरौंडा की अनाज मंडियों में पैसे लेकर सरेआम उतर प्रदेश के गेहूं का हरियाणा के किसानों के नाम पर गेट पास कटते रहे और मार्केट कमेटी के सेक्रेटरी अपने ऑफिस में बैठकर इस गड़बड़ी को देखते रहे , परंतु किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की.
इनेलो नेता ने अपने आरोपों में आगे कहा कि प्रदेश की मंडियां अब अधिकारिक तौर पर घोटालों का केन्द्र बन गई है. इन सभी घोटालों के पीछे सरकार के मंत्री व अधिकारियों की सांठगांठ है. इससे पहले धान के सीजन में भी बिहार से घटिया क्वालिटी का सस्ता चावल लाकर बहुत बड़े घोटाले को अंजाम दिया गया था.
अखबार में छपी एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए अभय चौटाला ने कहा कि प्रदेश में घोटाले का ऐसा मामला सामने आया है जिसमें यूपी का करीब 12 हजार किवंटल गेहूं हरियाणा के किसानों के नाम पर फर्जीवाड़े से उतारा गया. पूरे मामले की सूचना डीसी व एसडीएम को देने पर ,जब इन्होंने अधिकारियों को फोन किया तो वे चार घंटे बाद उस गेट पर पहुंचे जहां ये सारा घोटाला चल रहा था. मंडी के सेक्रेटरी से जब इस घोटाले को लेकर सवाल जवाब किए गए तो उसने कहा कि मुझे नहीं पता आढ़तियों ने यह गेहूं मंगवाया है.
अभय ने कहा कि खुद मंडी के आढ़तियों ने भी सरेआम हो रहे इस फर्जीवाड़े पर हैरानी जताते हुए कहा है कि उनके संज्ञान में ऐसा कुछ नहीं है. आढ़तियों ने स्वयं माना है कि करनाल और घरौंडा की मंडियों में यूपी का गेहूं सबसे ज्यादा खपत होता है और 20 रुपए प्रति क्विंटल की रिश्वत लेकर खुलेआम इस घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है. अभय चौटाला ने सरकार से इस घोटाले की न्यायिक जांच करवाने की मांग की है ताकि दोषियों को सजा दिलाई जा सके.
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