करनाल | हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने साइक्लोथॉन यात्रा की शुरुआत कर दी है. उन्होंने आज करनाल के एनडीआरआई चौक से साइक्लोथॉन साइकिल यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान सीएम मनोहर लाल कार्यक्रम स्थल से साइकिल चलाते हुए पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस पहुंचे. मुख्यमंत्री के साथ हरियाणवी कलाकार नवीन पूनिया भी कार्यक्रम स्थल पर मौजूद थे.
नशा मुक्ति अभियान के बारे में किया प्रेरित
यहां मंच से पूनिया ने हरियाणवी गानों के जरिए लोगों को नशा मुक्ति अभियान के बारे में भी प्रेरित किया. यह साइकिल यात्रा नशामुक्ति के नाम पर निकाली जा रही है. इस दौरे के लिए सीएम मनोहर लाल गुरुवार को ही करनाल पहुंच गए थे. यहां उन्होंने घोषणा की कि अब से हर मंगलवार को करनाल में कार फ्री डे होगा. सभी सरकारी अधिकारी अब हर मंगलवार को साइकिल से ही यात्रा करेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर मैं खुद करनाल आऊंगा तो मंगलवार को साइकिल से ही यात्रा करूंगा.
साइक्लोथॉन यात्रा में बीजेपी संगठन के पदाधिकारियों के साथ- साथ होमगार्ड भी मौजूद रहे. 25 सितंबर तक यह साइकिल यात्रा प्रदेश के 22 जिलों से होते हुए करनाल पहुंचेगी. उस दिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल करनाल में ही इस यात्रा का समापन करेंगे. इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे से दूर रहने का संदेश देना है. इस यात्रा में करनाल से 10 हजार साइकिल चालकों ने हिस्सा लिया. वैसे, प्रदेशभर से 3 लाख साइकिल चालक इस यात्रा में भाग लेंगे.
करनाल में यात्रा के लिए ये है रूट योजना
यात्रा करनाल के एनडीआरआई गेट से शुरू होकर अंबेडकर चौक, पुराना बस स्टैंड, मछली मार्केट रेलवे रोड, निरंकारी भवन, हांसी चौक, रेलवे ब्रिज कैथल रोड, विश्वकर्मा चौक, कैथल नहर पुल, पुलिस लाइन करनाल, चिड़ाव मोड़, जुंडला से होकर गुजरती है, जलमाना होते हुए दोपहर तक असंध पहुंचेंगे. इसके बाद साइक्लोथॉन रैली सालवान चौक, दुपेड़ी, सालवान, बल्ला और मुनक होते हुए शाम को पानीपत जिले में प्रवेश करेगी. रैली में भाग लेने वालों के लिए जगह- जगह पेयजल और जलपान की व्यवस्था की गई है.
आगे का रूट प्लान
- यह यात्रा करनाल से शुरू हुई है, जो असंध से होते हुए पानीपत जिले में प्रवेश करेगी. इस दौरान, यह यात्रा 86 किलोमीटर की दूरी तय करेगी.
- दूसरे दिन यात्रा पानीपत से सोनीपत के लिए रवाना होगी, जो गोहाना से सोनीपत होते हुए 80 किलोमीटर की दूरी तय करेगी.
- तीसरे दिन यात्रा सोनीपत से 63 किलोमीटर का सफर तय कर सांपला होते हुए रोहतक पहुंचेगी.
- चौथे दिन यह रोहतक से 63 किलोमीटर की दूरी तय कर झज्जर पहुंचेगी.
- पांचवें दिन यात्रा 79 किलोमीटर की दूरी तय कर झज्जर से गुरुग्राम पहुंचेगी.
- छठे दिन यात्रा गुरुग्राम से 81 किलोमीटर का सफर तय कर पलवल पहुंचेगी.
- सातवें दिन यात्रा 82 किलोमीटर की दूरी तय कर नूंह में प्रवेश करेगी.
- 8वें दिन हम नूंह से रेवाड़ी जाएंगे, जो 68 किलोमीटर का रास्ता है.
- 9वें दिन यात्रा रेवाड़ी से 71 किलोमीटर की दूरी तय कर महेंद्रगढ़ पहुंचेगी.
- 10वें दिन यात्रा 75 किलोमीटर की दूरी तय कर चरखी दादरी पहुंचेगी.
- यात्रा अपने पड़ाव को पार करते हुए 82 किलोमीटर की दूरी तय कर 11वें दिन भिवानी पहुंचेगी.
- 12वें दिन भी यात्रा सिर्फ 82 किलोमीटर की होगी, जिसके बाद यात्रा हांसी पहुंचेगी.
- 13वें दिन यात्रा भट्टूमंडी में होगी. यह यात्रा 90 किलोमीटर की होगी.
- 14वें दिन यात्रा 76 किलोमीटर की दूरी तय कर ऐलनाबाद पहुंचेगी.
- 15वें दिन हम ऐलनाबाद से डबवाली जाएंगे, जिसके लिए हमें 77 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी.
- यात्रा 16वें दिन सिरसा पहुंचेगी और यात्रा 87 किलोमीटर की होगी.
- 17वें दिन यात्रा 79 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और सिरसा से रतिया पहुंचेगी.
- 18वें दिन रतिया से 81 किलोमीटर दूर नरवाना पहुंचेगी.
- नरवाना से 81 किलोमीटर का सफर तय करके 19वें दिन जींद पहुंचेंगे
- फिर 20वें दिन यात्रा अपनी अगली यात्रा शुरू करेगी, जो 75 किलोमीटर दूर कैथल तक होगी.
- 21वें दिन कैथल से 88 किलोमीटर की दूरी तय कर कुरुक्षेत्र पहुंचेगी.
- 22वें दिन 86 किलोमीटर की यात्रा होगी और यात्रा अंबाला पहुंचेगी.
- 23वें दिन तक यात्रा अंबाला से पंचकुला पहुंचेगी और 68 किलोमीटर की दूरी तय करेगी.
- 24वें दिन 95 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद यात्रा यमुनानगर पहुंचेगी और आखिरी दिन यमुनानगर से 78 किलोमीटर की दूरी तय करके यात्रा वापस करनाल पहुंचेगी. यात्रा यहीं समाप्त होगी.