करनाल | हरियाणा में बसपा- इनेलो गठबंधन की टिकट से असंध से चुनाव लड़ने वाले गोपाल राणा के पिता नरेंद्र राणा का शनिवार को निधन हो गया. नरेंद्र राणा प्रदेश में बसपा के उपाध्यक्ष और पानीपत राजपूत सभा के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. चुनाव में बेटे गोपाल राणा की हार हुई, जिसके बाद नरेंद्र राणा की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया.
2019 में कांग्रेस छोड़ BSP में शामिल हुए थे गोपाल राणा
पिछले कई महीनो से वह बीमार चल रहे थे. चुनाव के दौरान उन्होंने अपने बेटे गोपाल राणा के समर्थन में वोट की अपील भी की थी. उनके निधन के बाद गोपाल राणा ने सोशल मीडिया पर लिखा कि अगर मैं चुनाव जीता होता तो शायद आज मेरे पिता ठीक होते. नरेंद्र राणा ने साल 2019 में कांग्रेस को छोड़ बहुजन समाज पार्टी की टिकट से चुनाव लड़ा था, लेकिन वह 1703 वोटो के मामूली से अंतर से चुनाव हार गए थे.
हार के बाद नरेंद्र ने सोशल मीडिया पर लिखा सन्देश
हरियाणा विधानसभा चुनाव में हुई हार के बाद 8 अक्टूबर को सोशल मीडिया पर नरेंद्र राणा के बेटे गोपाल राणा ने सोशल मीडिया प्रपोज कर लिखा, “आज चुनाव गोपाल राणा नहीं बल्कि बेटा हारा है, मैं अपने पिता के सपने के लिए लड़ रहा था, जनता ने आशीर्वाद दिया लेकिन मैं सरकारी सिस्टम से हार गया. जैसे ही पापा को हार की खबर मिली, उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और उन्हें फिर से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. मैं सोच रहा था कि क्या पता मेरी जीत से पापा ठीक हो जाते, लेकिन ऐसा नहीं हो सका, मैं सिस्टम का शिकार हो गया.”
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