कुरुक्षेत्र | हरियाणा के जिला कुरुक्षेत्र के शाहबाद के पास मंगलवार को किसानों ने दिल्ली- चंडीगढ़ हाईवे जाम कर दिया. हरियाणा सरकार को 6,400 प्रति क्विंटल के एमएसपी पर खरीद शुरू करने के लिए दी गई थी लेकिन समय सीमा सोमवार को समाप्त होने के कारण भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह के आह्वान पर राजमार्ग पर जाम लगा दिया.
जाम करने का लिया फैसला
भारी पुलिस तैनाती और बैरिकेडिंग के बीच किसान सुबह शाहबाद अनाज मंडी में एकत्र हुए और राजमार्ग पर जाम लगाने का फैसला किया क्योंकि प्रशासन के साथ उनकी बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला. चढूनी के नेतृत्व में किसानों ने बैरिकेड्स को पार किया और सूरजमुखी के बीजों से लदे अपने ट्रैक्टर- ट्रेलरों को पार्क करके राजमार्ग को जाम कर दिया. जब तक सरकार एमएसपी पर खरीद शुरू नहीं करती, हम इस विरोध को समाप्त नहीं करेंगे. हम भी पुलिस कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार हैं.
किसानों ने लगाया ये आरोप
किसानों ने आरोप लगाया कि उन्हें अपनी उपज निजी खरीदारों को 6,400 के एमएसपी के मुकाबले 4,000 प्रति क्विंटल पर बेचने के लिए मजबूर किया जा रहा है. प्रति एकड़ 12,000 तक के नुकसान का सामना कर रहे हैं. 30 मई को हरियाणा कृषि और किसान कल्याण विभाग ने एक नोटिस जारी किया जिसमें घोषणा की गई कि सूरजमुखी के बीज और बाजरा को भावांतर भरपाई योजना (बीबीवाई) के तहत आने वाली फसलों की सूची में शामिल किया गया है.
यानि कि सरकारी एजेंसियां एमएसपी पर इन फसलों की खरीद नहीं करेंगी लेकिन निजी खरीदारों को अपनी उपज बेचने के लिए किसानों को 1,000 प्रति क्विंटल प्रदान करेगा. किसानों ने कहा कि इस कदम से प्रति एकड़ 10,000 रुपये से 12,000 रुपये का नुकसान होगा. इसलिए वे तब तक अपना विरोध जारी रखेंगे जब तक कि सरकारी एजेंसियां एमएसपी पर उनकी उपज की खरीद नहीं करतीं.
प्रदर्शनकारियों से चल रही बातचीत
कुरुक्षेत्र के पुलिस अधीक्षक सुरिंदर ने कहा कि राजमार्ग पर यातायात को लिंक सड़कों के माध्यम से बदल दिया गया है और यात्रियों की सहायता के लिए पुलिस की प्रतिनियुक्ति की गई है. उन्होंने कहा कि जाम हटाने के लिए प्रदर्शनकारियों से बातचीत चल रही है.
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