कुरूक्षेत्र | हरियाणा में उत्तर भारत का एकमात्र मगरमच्छ प्रजनन केंद्र स्थित है और यह काफी प्रसिद्ध भी है. यह मगरमच्छ प्रजनन केंद्र 4 किले में बना है, जिसमें 2 किले मगरमच्छों के लिए और 2 किले अन्य जानवरों के लिए हैं. गोताखोर परगट सिंह ने बताया कि यहां करीब 40 मगरमच्छ हैं. इनमें से ज्यादातर मगरमच्छों का नाम केयरटेकर जयपाल ने रखा है.
ये है खास बात
खास बात यह है कि केयरटेकर जयपाल बंसती को आवाज देता है और वह दौड़कर आती है लेकिन यहां शोले फिल्म की कोई बस्ती नहीं है, जिसे बुलाया जा रहा है बल्कि ये एक मादा मगरमच्छ है, जो केयरटेकर के बुलाने पर दौड़ती हुई आती है. मगरमच्छ प्रजनन केंद्र में इंसानों और जानवरों के बीच का रिश्ता बेहद दिलचस्प है. केयरटेकर मादा मगरमच्छ को बुलाती है और वह तुरंत केयरटेकर के पास आती है. अगर आप इन तस्वीरों को गौर से देखेंगे तो आप भी दंग रह जाएंगे लेकिन जयपाल और बंसती का ये रिश्ता वाकई अनोखा है. कुछ सूरज हैं और कुछ वसंत हैं.
अब तक पकड़ चुके 16 मगरमच्छ: परगट
परगट सिंह कहते हैं कि 25 से 30 साल पहले बाढ़ आई थी, जिसके कारण मगरमच्छ कुरुक्षेत्र की नहरों में फैल गए थे. परगट सिंह अब तक 16 मगरमच्छ पकड़ चुके हैं. परगट सिंह ने बताया कि उन्हें यह काम करते समय डर नहीं लगता, यह उनका काम है. मगर सामने से देखने में लोगों को काफी डर लगता है.
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