कुरुक्षेत्र में हैफेड गोदाम के निर्माण कार्य को लेकर अधिकारी लपेटे में, करोड़ों का गबन

कुरुक्षेत्र | हैफेड के गोदाम के निर्माण कार्य में अनियमितता और दो करोड़ रुपये के गबन ने पीडब्ल्यूडी, बी एंड आर और हैफेड के अधिकारियों को जांच के दायरे में ला दिया है. राज्य सतर्कता ब्यूरो ने कार्रवाई करते हुए पीडब्ल्यूडी बीएंडआर अधिकारी समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है.

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अंबाला विजिलेंस में 30 अगस्त 2022 को मामला दर्ज किया गया था. विजिलेंस आरोपियों को गहन पूछताछ के लिए न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लेगी. गिरफ्तार किए गए लोगों में पीडब्ल्यूडी बी एंड आर एसई राजीव जैन, हैफेड एसडीई सुमित कुमार, हैफेड जेई राजेश सिरोही और विभोर नागपाल, लेखाकार राजबीर सिंह, प्रेम सिंह और ठेकेदार मैसर्स गर्ग एंड कंपनी शशांक गर्ग शामिल हैं.

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निर्माण कार्य में पाई गई अनियमितता

अंबाला विजिलेंस द्वारा मामला दर्ज करने के बाद ओपन एयर गोदाम की निर्माण सामग्री का कई बार सैंपल लिया गया. सैंपल की रिपोर्ट फेल पाई गई. इतना ही नहीं, निर्माण सामग्री की खरीद प्रक्रिया में भी अनियमितता पाई गई. आरोप है कि इस मामले में अधिकारियों ने मिलीभगत कर 2 करोड़ 14 लाख 10 हजार 676 रुपये का गबन किया है.

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कुरुक्षेत्र में ओपन एयर वेयरहाउस बनेगा

हैफेड का ओपन एयर गोदाम कुरुक्षेत्र के भोर सैय्यदा में बनाया जाना था जिसका ठेका मेसर्स गर्ग एंड कंपनी को दिया गया था. गोदाम का निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी, बीएंडआर व हैफेड के अधिकारियों की निगरानी में होना था लेकिन गोदाम के निर्माण कार्य को लेकर शिकायत स्टेट विजिलेंस के पास पहुंच गई थी. जिसके बाद, पंचकूला से तकनीकी शाखा को विशेष जांच का जिम्मा सौंपा गया. अगस्त 2016 में तकनीकी शाखा ने आरोपों की जांच की.

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गड़बड़ी मिलने पर अंबाला में केस दर्ज

समिति द्वारा जांच करने पर पता चला कि निर्माण सामग्री के दाम अधिक दिखाए गए थे. इतना ही नहीं, टेंडर प्रक्रिया में भी कई अनियमितताएं पाई गईं. इस मामले का संज्ञान लेते हुए सितंबर 2018 में एसीएस ने जिम्मेदार अधिकारियों व ठेकेदार के खिलाफ आईपीसी की धारा 218, 409, 420 व 120बी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर वसूली करने के निर्देश दिए थे. इस मामले में 2.2 करोड़ की वसूली भी हुई थी.

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