बुजुर्गों की बढ़ी परेशानी, बुढ़ापा पेंशन के लिए संतान की उम्र का नियम हुआ ख़त्म

पानीपत | बुढ़ापा पेंशन बनवाने के लिए अब से बड़ी संतान की आयु 40 वर्ष होने का जो नियम समाज कल्याण विभाग की ओर से बनाया गया था, उसे अब पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है. ऐसे में अब इस नियम के खत्म होने से बुजुर्गों की परेशानी अब बढ़ने वाली है.

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‘वृद्धावस्था सम्मान पेंशन योजना’ का लाभ लेने के लिए ज़रूरी हुआ जन्म प्रमाण पत्र या मेडिकल प्रमाण पत्र

‘वृद्धावस्था सम्मान पेंशन योजना’ का फ़ायदा हासिल करने के लिए अब जन्म प्रमाण पत्र या मेडिकल प्रमाण पत्र का होना ही आवश्यक तौर पर सही ठहराया गया है. वर्तमान स्थिति से पहले जिन बुजुर्गों के पास जन्म प्रमाण पत्र से उससे जुड़े दस्तावेज नहीं उपलब्ध होते थे तो उस स्थिति में उन्हें बड़े बेटे या बेटी की उम्र 40 वर्ष हो जाती थी तो उनका जन्म प्रमाण पत्र जमा करने के बाद उनकी पेंशन बन जाती थी किन्तु अब जिनके पास अपने जन्म से जुड़े किसी प्रकार के कोई दस्तावेज़ उपलब्ध नहीं है, तो उनके पास केवल मेडिकल कैंप का ही एक आख़िरी विकल्प बचा हुआ है. उन्हें मेडिकल कैंप का इंतजार करना पड़ सकता है.

काफ़ी बुजुर्गों के पास नहीं उपलब्ध है आयु प्रमाण पत्र

समाज कल्याण विभाग निदेशालय ने बुढ़ापा पेंशन बनाने के लिए अब तक तो काफ़ी कुछ बदलाव कर दिए हैं, किंतु इस बदलाव के आने के बाद से ही बुजुर्गों की परेशानी बढ़ गई है. ऐसा केवल इसलिए हुआ है क्योंकि काफ़ी बुजुर्ग ऐसे हैं जिनके पास खुद की उम्र 60 वर्ष होने का कोई भी प्रमाण उपलब्ध नहीं है. दरसअल, ऐसे में वह सब बुजुर्ग अपनी बड़ी संतान की उम्र 40 वर्ष होने पर उसका जन्म प्रमाण पत्र जमा करने के बाद बुढ़ापा पेंशन का लाभ उठा सकते थे परंतु अब समाज कल्याण विभाग ने इस नियम को ही पूरी तरह से खत्म कर दिया है.

मेडिकल कैंप होगा बुढ़ापा पेंशन का एकमात्र विकल्प 

बुढ़ापा पेंशन का फ़ायदा उठाने के लिए योग्य बुजुर्गो के पास, ज्यादातर बुजुर्गों के पास उनकी आयु से जुड़े किसी तरह का कोई भी दस्तावेज नहीं मिल पाता है. ऐसा केवल इसलिए क्योंकि पहले के समय में बुजुर्ग ज्यादा पढ़ते या लिखते नहीं थे. यही वजह है कि इसलिए शिक्षा का भी सर्टिफिकेट उनके पास नहीं उपलब्ध होता था.

दरअसल, अंत में अब मेडिकल कैंप ही उनके लिए एकमात्र ऑप्शन बचा हुआ है. लॉकडाउन से पहले भी ब्लॉक स्तर पर प्रति माह मेडिकल कैंप का आयोजन किया जाता रहा है किंतु अब कोरोना काल यानी महामारी फैलने के कारण से कैंप बंद कर दिए गए हैं और अब पैसे की कमी के कारण काफी सारे बुजुर्गों को पेंशन का इंतजार करना पड़ रहा है.

अभी के लिए केवल जन्म प्रमाण पत्र होने पर ही बनेगी पेंशन, सरोज देवी ने दिया ब्यान

जिला समाज एवं कल्याण अधिकारी सरोज देवी जी ने अपना पक्ष रखते हुए स्पष्ट रूप से जानकारी देते हुए कहा है कि बुढ़ापा पेंशन बनवाने के लिए बुजुर्ग को फिलहाल अपना जन्म प्रमाण पत्र लाना ही आवश्यक कर दिया गया है, क्योंकि मेडिकल कैंप लगाने के आदेश अभी मुख्यालय की ओर से नहीं आए हैं. बड़ी संतान की उम्र 40 वर्ष होने के नियम को विभाग ने अब पूरी तरह से नील घोषित कर दिया है.

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