हिसार | कोरोना वायरस के कारण सभी स्कूलों, कॉलेजों और यूनिवर्सिटियों को बंद कर दिया गया था. इसी के चलते 22 मार्च 2020 से ही हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी HAU और लुवास में विद्यार्थियों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया था. लेकिन, अब जैसे-जैसे कोरोना का प्रभाव कम होता नजर आ रहा है वैसे वैसे स्कूल, कॉलेजों व यूनिवर्सिटियों को खोला जाने लगा है. यूनिवर्सिटियों के बंद होने के अब 7 महीने बाद एच ए यू की प्रयोगशाला में छात्रों को फिर से रिसर्च करने की अनुमति दे दी गई है. लुवास में भी छात्रों ने प्रयोगशालाओं में काम करना आरंभ कर दिया है.
कोरोना से बचाव की पूरी तैयारी
लैब्स को करोना बचाव के लिए जारी की गई गाइडलाइंस के मद्देनजर खोला गया है. प्रयोगशालाओं में काम करने वाले विद्यार्थियों को सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करना होगा. हर विद्यार्थी व लैब अटेंडेंट को मास्क लगाना अनिवार्य होगा. लैब्स को समय-समय पर सैनिटाइज करवाया जाएगा.
हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने बताया है कि लैब में विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल करवानी आरंभ कर दी गई है. साथ ही, लुवास के वाईस चांसलर डॉक्टर गुरदयाल सिंह ने भी कहा है कि विश्वविद्यालय में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ प्रैक्टिस शुरू हो गई है.
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