पंचकुला । देश में किसान आंदोलन (Kisan Aandolan) उग्र होता जा रहा है. ऐसे में किसान और खाप पंचायतें भारत सरकार के बिल्कुल खिलाफ हो गए हैं. किसान और खाप पंचायतें अलग-अलग तरीकों से भारत सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शित कर रहे हैं. किसानों के दिलों में नए कृषि कानूनों को लेकर भारत सरकार के खिलाफ रोष भर गया है.
अब किसान चाहते हैं कि सरकार हर हालत में इन तीन नए कृषि विधायकों को रद्द करें और नए कानून बनाएं. आंदोलन के दौरान ही इस मुद्दे को लेकर सरकार और किसानों के बीच वार्तालाप भी हो चुकी है लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं आया है.
लौटाई आर्थिक सहायता, नहीं चाहिए मदद
इसी बीच किसानों और खाप पंचायतों ने भारत सरकार के खिलाफ विरोध जताते हुए एक बड़ा फैसला किया है. प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत किसानों को 2000 रुपये की आर्थिक सहायता दी गई थी. लेकिन अब किसानों ने प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत मिली 2000 रुपये की सहायता राशि को लौटा दिया है. खाप पंचायतों ने फैसला किया है कि किसानों को सरकार की कोई सहायता नहीं चाहिए.
इसलिए सरकार द्वारा दी गई सहायता राशि को लौटा दिया जाए. इन सभी बातों से यह जाहिर होता है कि किसानों के दिलों में सरकार के खिलाफ कितना गुस्सा और अविश्वास भरा हुआ है. किसान सरकार से किसी प्रकार की कोई सहायता नहीं चाहते. किसानों की बस एक ही मांग है कि सरकार द्वारा लागू किए गए नए कृषि कानूनों को रद्द किया जाए.
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