हिसार । महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान पर्सनल हाइजीन का अधिक ध्यान रखने की आवश्यकता होती है. ऐसे समय में स्वच्छता के संबंध में बरती गई लापरवाही कई प्रकार की बीमारियों को जन्म दे सकती हैं. मासिक धर्म महिलाओं में होने वाली एक सामान्य कुदरती, प्राकृतिक और शारीरिक प्रक्रिया है.
बड़े दुख की बात है कि आज भी इस मुद्दे को लेकर खुलकर चर्चा नहीं हो पाती. ऐसी स्थिति में डिप्टी सिविल सर्जन स्कूल हेल्थ (हेल्थ विभाग) ने लड़कियों और महिलाओं की परेशानियों को समझते हुए मासिक धर्म स्वच्छता योजना को आरंभ किया है. इस योजना के अंतर्गत वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार हिसार की 25% ग्रामीण लड़कियां जिनकी आयु 10 से 19 वर्ष तक की है, उन सभी लड़कियों तक सेनेटरी पैड पहुंचाए जाएंगे.
डोर टू डोर जाकर बाँटे जाएंगे सैनेटरी पैड्स
डिप्टी सिविल सर्जन स्कूल हेल्थ की तरफ से डॉक्टर वंदना सिंगल ने जानकारी देते हुए कहा है कि हिसार की 25778 लड़कियों में 380912 सेनेटरी पैड बांटे जाएंगे. हर महीने यह पैड वितरित किए जाएंगे. इस कार्य के लिए 264 आशा वर्करों की सहायता ली जाएगी. यह आशा वर्कर कोविड-19 के कारण लड़कियों को एक साथ एक स्थान पर एकत्रित न करके गांव-गांव जाएंगी और डोर टू डोर पहले तो लड़कियों और महिलाओं को मासिक धर्म स्वच्छता के बारे में जागरूक करेंगी और उसके बाद पैड वितरित करेंगी. सभी ग्रामीण लड़कियों को एक पैकेट दिया जाएगा.
जिसकी कीमत 6 रुपये होगी. इस पैकेट में 6 पैड होंगे. आशा वर्करों को इसके लिए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. महीने में एक पैकेट को आशा वर्कर अपने पास रख पाएंगी. इस योजना को सीएमओ डॉ रत्ना भारती की गाइडेंस में चलाया जाएगा.
लड़कियों को दी जाएगी इन बातों के बारे में जानकारी
- लड़कियों को सैनेटरी पैड्स का सुरक्षित तरीके से डिस्पोजल सिखाया जायेगा.
- पुराने कपड़े का उपयोग करने से फैलने वाले संक्रमण के बारे में जानकारी दी जाएगी.
- 6 घण्टे में पैड को बदलना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है.
- पीरियड्स के समय में शरीर में दर्द होता है इसीलिए गर्म पानी से नहाएं.
- बिस्तर की सफाई का विशेष ध्यान रखें.
- बिस्तर की चादर समय-समय पर चेंज करते रहें.
- खाने पीने की चीजों का विशेष ध्यान रखें पौष्टिक आहार का सेवन करें