हिसार । हरियाणा में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है. एक बार फिर से रात के तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है. आने वाले दिनों में किस तरह का मौसम रहेगा और फसलों पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा, इन तमाम मामलों पर चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ मदन लाल खिचड़ ने कहा है कि मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है.
कभी बादलवाई तो कभी धुंध दिखाई दे रही है. उन्होंने कहा कि पिछले काफी दिनों से देखा जा रहा है कि कुछ दिनों पहले एक पश्चिमी विक्षोभ गुजरा था. जिसकी वजह से 14-15 जनवरी को पहाड़ी क्षेत्रों में काफी बर्फबारी हुई है. उसके बाद पहाड़ों से ठंडी हवाएं चली और हरियाणा में शीत लहर चलने के साथ-साथ बादलवाई रही.
तापमान में होगी और गिरावट
परंतु अब दोबारा से उत्तर पश्चिमी हवाएं चलनी आरंभ हो गई है और फिर से तापमान में गिरावट देखने को मिलेगी. क्योंकि पहले 2 दिन पूर्वी हवाएं चली थी, जिसके कारण वातावरण में नमी अधिक हो गई और धुंध का वातावरण बन गया. इसलिए धीरे-धीरे तापमान में और अधिक गिरावट देखने को मिलेगी.
23-24 जनवरी को हो सकती है छिटपुट वर्षा
उन्होंने कहा कि आने वाले 3-4 दिनों में तापमान के और अधिक गिरने की संभावना है, क्योंकि 23 जनवरी को एक बार फिर से पश्चिमी विक्षोभ गुजरेगा और मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा. क्योंकि 22 जनवरी तक लगातार तापमान में गिरावट होगी. साथ ही दिन के टेंपरेचर में हल्की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. लेकिन उत्तरी पश्चिमी हवाएं भी चलेंगी. हरियाणा में उत्तरी हरियाणा में कहीं-कहीं 23 और 24 तारीख को छिटपुट वर्षा हो सकती है.
इन फसलों का रखें विशेष ख्याल
लगातार बढ़ रही धुंध गेहूं की फसलों के लिए काफी लाभदायक है, परंतु सरसों की फसल के लिए धुंध हानिकारक भी है. इसलिए सभी किसानों को सलाह दी जाती है कि सरसों की फसल का विशेष ख्याल रखें. अधिक ठंड पड़ने और पाला जमने से भी सरसों की फसल को नुकसान हो सकता है. इसलिए सरसों की फसल में हल्की सिंचाई करें.
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