महेंद्रगढ़ जिले के 30 प्राथमिक स्कूलों को गणित,ह्यूमैनिटी एवं साइंस पार्क के रूप में विकसित करेगा शिक्षा विभाग

महेंद्रगढ़ | शिक्षा को और अधिक दुरुस्त एवं प्रभावशाली बनाने के लिए सरकार द्वारा नित नए नए कदम उठाए जाते हैं. इसी दिशा में कार्य करते हुए हरियाणा शिक्षा विभाग भी एक अनूठी पहल करने के बारे में सोच रहा है.

जो शिक्षा के क्षेत्र को नए व रुचिकर आयाम देगी.शिक्षा विभाग की इस योजना के तहत प्रदेश के 30 प्राथमिक स्कूलों में छात्रों को खेल- खेल में व्यवहारिक, गणित एवं वैज्ञानिक शिक्षा देने के लिए ह्यूमैनिटी, गणित व साइंस पार्क के रुप में विकसित करेगा.प्रायोगिक तौर पर पहले महेंद्रगढ़ जिले के 6 स्कूलों में यह पहल योजना शुरू की गई थी.

यह भी पढ़े -  CTET Exam 2024 का इंतजार कर रहे लाखों अभ्यर्थियों के लिए आई खुशखबरी, एग्जाम सिटी चेक करने का लिंक हुआ एक्टिव

School Student

जिसमे प्रति स्कूल मात्र 82 हजार रुपए की लागत आयी थी.इस परियोजना के सकारात्मक पहलुओं को देखते हुए जिलाधीश आरके सिंह ने सक्षम हरियाणा की समीक्षा मीटिंग में उच्च अधिकारियों को और 30 प्राथमिक स्कूलों को पार्कों के रुप में विकसित करने की मंजूरी प्रदान की है. अब यह योजना महेंद्रगढ़ जिले के प्रत्येक खण्ड में 6 स्कूलों का चयन कर इन स्कूलों को पार्कों के रूप में विकसित करेगी,अपितु यह योजना सरकार द्वारा संचालित नहीं है इसलिए इसको लेकर कोई अलग से बजट मुहैया नहीं कराया जाएगा.

यह भी पढ़े -  अब एक साल में कर पाएंगे बीएड डिग्री, 2025 से नए बदलाव की अधिसूचना होगी जारी

शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार लाने हेतु शुरू की गई यह योजना
इस योजना का उद्देश्य छात्रों को बिना कुछ ज्यादा मेहनत करवाये खेल खेल में ही व्यवहारिक व विज्ञान सम्बन्धी अध्ययन करवाना है जिससे अतिरिक्त मेहनत न लगे.कुछ महीने बीइओ का पद संभालने वाली माधोगढ़ स्कूल की इंचार्ज अलका लाम्बा ने यह आइडिया एसडीएम बिश्राम मीणा के साथ मीटिंग में शैक्षणिक क्षेत्र में नवाचार पर बात करते हुए आया.इस योजना के तहत स्कूल कैंपस के बाहरी हिस्से का उपयोग कर बच्चों को नवीन दृष्टि से कुछ सिखाने के बारे में सोचा गया.

यह भी पढ़े -  CBSE स्टूडेंट्स के लिए बड़ी खबर, कक्षा 10वीं और 12वीं प्रैक्टिकल एग्जाम की गाइडलाइंस जारी

शिक्षा विभाग की इस परियोजना के अनुसार स्कूलभवन के गेट से लेकर कैम्पस तक के रास्ते पर दैनिक जीवन में उपयोगी चीज़ें जैसे स्वास्थ्य, स्वच्छता, भोजन,रक्तदान एवं सड़क सुरक्षा आदि की चित्रकारी बनाई जाएगी. तथा कक्षा के फर्श को भी विभिन्न शिक्षण सहायक खेल आधारित गतिविधियों हेतु प्रयोग में लाया जाएगा. इसलिए यह पहल बच्चों को नवीन दृष्टि से सीखने में मदद करेगी जो अपने आप मे अनूठी योजना है.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!

exit