महेंद्रगढ़ | एक पिता ने अपने बच्चों को बुरे समय में इस तरह पढ़ाया लिखाया की आज सभी कामयाब हो गए हैं. हरियाणा के महेंद्रगढ़ के कनीना क्षेत्र के गांव खेड़ी निवासी और टायर पंक्चर की दुकान चलाने वाले तेजपाल की मेहनत की हर तरफ चर्चा हो रही है. दरअसल, इस पिता ने अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए कर्ज लिया. साल 2012 में उनकी पत्नी का निधन हो गया. फिर भी कड़ी मेहनत के दम पर उन्होंने लक्ष्य पर नजरें जमाए रखीं. अब नतीजे देखकर हर कोई हैरान है.
सभी बच्चे हुए कामयाब
तेजपाल ने बताया कि बच्चों की पढ़ाई और खुद के काम के लिए भी कर्ज लिया. उनका बड़ा बेटा विकास वर्तमान में भारतीय सेना में कर्नल के पद पर हैं. दूसरे बेटे विनय कुमार ने वाईएमसीए से बीटेक किया और 2015 में यूपीएससी क्वालिफाई किया चंडीगढ़ में हरियाणा लोक सेवा आयोग के ओएसडी के रूप में कार्यरत हैं. विनय की पत्नी भी 2019 बैच की आईएएस अधिकारी हैं.
तीसरा बेटा दिल्ली के तीसहजारी कोर्ट में वकालत कर रहा है. बेटी और दामाद नल्हड़ मेडिकल कॉलेज में क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने गांव में एक धर्मशाला का भी निर्माण कराया है. संघर्ष की प्रतिमूर्ति रहे तेजपाल की मेहनत की कहानियां आज किसी भी चौराहे पर सुनी जा सकती हैं.
देश- दुनिया में कमा रहे नाम
तेजपाल ने बताया कि दिन- रात मेहनत करके उन्होंने अपने बेटों को अच्छी शिक्षा दिलाई जो आज देश- दुनिया में अपना नाम रोशन कर रहे हैं. अब वे शादियों में टेंट लगाने का काम करते हैं. 2012 में उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई गई थी, जिससे परिवार पर संकट आ गया. इसके बावजूद, उन्होंने धैर्य बनाए रखा और अपने काम को प्राथमिकता दी.
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