फरीदाबाद | नोएडा और गाजियाबाद से फरीदाबाद आवागमन सुगम करने हेतु हरियाणा सरकार ने यमुना नदी पर पुल बनाने का फैसला लिया है. फरीदाबाद- नोएडा- गाजियाबाद (FNG) एक्सप्रेस-वे पर बनने वाले इस पुल की आधी रकम हरियाणा और आधी यूपी सरकार वहन करेगी. करीब 600 मीटर के इस पुल निर्माण पर 300 करोड़ रुपए की लागत राशि खर्च होगी और इसके बनने से NCR के लाखों लोगों को फायदा पहुंचेगा. यमुना नदी पर बनने वाले इस पुल के लिए अलाइनमेंट फाइनल होना अभी बाकी है. नोएडा अपनी तरफ से एप्रोच रोड बनवाएगा जबकि फरीदाबाद की तरफ हरियाणा काम करवाएगा.
इस एक्सप्रेस-वे निर्माण से गाजियाबाद से फरीदाबाद के बीच नोएडा होते हुए दूरी मात्र 30 मिनट में तय हो सकेगी. अब हिंडन पर बिसरख पुल रोड़ भी FNG से जोड़ते हुए बनकर तैयार हो गई है. इस तरह ग्रेनो वेस्ट और फरीदाबाद के बीच भी कोई खास दूरी नहीं बचेगी.
NCR प्लानिंग बोर्ड की मीटिंग में हुआ समाधान
NCR के शहरों के बीच सीधी कनेक्टिविटी मजबूत करने वाले इस प्रोजेक्ट में पुल को लेकर कई तरह की अड़चनें आ रही थी. हरियाणा या नोएडा कोई भी पुल निर्माण पर आगे बढ़ने को तैयार नहीं था लेकिन अब NCR प्लानिंग बोर्ड की ओर से आयोजित हुई बैठक में इस मुद्दे पर सहमति बनी है. हरियाणा को काम करवाने के लिए अपनी लिखित स्वीकृति भी नोएडा अथॉरिटी ने दे दी है.
पुल का DPR तैयार कराएगा PWD
नोएडा अथॉरिटी की तरफ से मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई स्टीयरिंग कमेटी की मीटिंग में जानकारी दी गई है कि पुल की DPR तैयार करने का जिम्मा PWD विभाग के पास होगा. यह कमेटी UP की दूसरे राज्यों से कनेक्टिविटी से जुड़े प्रॉजेक्ट का सीधे रिव्यू और निगरानी कर रही है. अथोरिटी अधिकारी ने बताया कि अब हरियाणा की ओर से PWD विभाग पुल की DPR तैयार करवाकर इस पर खर्च होने वाली लागत राशि बताएगा.
यमुना पुल के लिए अलाइनमेंट फाइनल होना बाकी
नोएडा की तरफ से FNG का अलाइनमेंट लगभग एक्सप्रेस-वे तक फाइनल हैं और यहां नया अंडरपास बनाया जाना है जबकि यमुना पर मंगरौली के आसपास पुल का निर्माण किया जाएगा. पुल निर्माण के लिए हरियाणा एलाइनमेंट प्लान देगा जो PWD विभाग तैयार कर रहा है. नोएडा भी अपनी रिपोर्ट रखेगा. इसके बाद, तय होगा कि पुल कौनसी जगह पर बनेगा.
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