दिल्ली में AQI पहुँचा 500 पार, प्रदूषण खत्म करने को लेकर अब होगी आर्टिफिशियल बारिश

नई दिल्ली | राजधानी दिल्ली के निवासी अब दमघोंटू हवा में सांस लेने को मजबूर हो चुके हैं. कई इलाके ऐसे हैं जहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी AQI 500 को पार कर चुका है. ऐसे हालातो के देखते हुए स्कूलों की भी छुट्टियां कर दी गई है. तमाम प्रयासों और प्रतिबंधों को लागू कर देने के बाद भी वायु गुणवत्ता में ज्यादा सुधार नहीं हो पा रहा है, ऐसे में अब आर्टिफिशियल बारिश का सहारा लेने के विकल्पों पर चर्चाएं शुरू हो गई हैं.

badal cloud

गुरुग्राम, नोएडा और गाजियाबाद तक चपेट में

लोगों को सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं आंखों में जलन और त्वचा संबंधी अन्य समस्याओं से भी दो- चार होना पड़ रहा है. राजधानी का आसमान गैस चैंबर बन चुका है, पड़ोसी शहर गुरुग्राम, नोएडा और गाजियाबाद तक इसका असर देखने को मिल रहा है. वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खतरनाक लेवल पर पहुंच चुका है. ऐसे में दिल्ली में ओड इवन लागू किए जाने के सवालों पर जवाब देते हुए गोपाल राय ने बताया कि इस विषय में एक्सपर्ट के ओपिनियन लिए जा रहे हैं.

यह भी पढ़े -  दिल्ली सरकार के परिवहन मंत्री ने पद और पार्टी से दिया इस्तीफा, केजरीवाल को लिखे पत्र में बताई वजह

प्रतिबंधो के असर का किया जाएगा विश्लेषण

राजधानी में ग्रैप 4 लागू हो चुका है जिसके तहत वाहनों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है. इन सबके बाद कितना असर पड़ेगा, उसका विश्लेषण किया जाएगा. उसके बाद सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि पिछले साल भी जब ऐसे ही कुछ परिस्थितियां बनी थी तो हमने 30 अगस्त को पहली चिट्ठी, 10 अक्टूबर को दूसरी और 23 अक्टूबर को तीसरी चिट्ठी लिखी थी. काफी प्रयासों के बाद पर्यावरण मंत्री और कृषि मंत्री के साथ वर्चुअल मीटिंग में अपील की गई थी कि एक इमरजेंसी मीटिंग बुला लीजिए लेकिन ऐसा नहीं हो पाया.

यह भी पढ़े -  दिल्ली में कांग्रेस को फिर लगा झटका, एक और नेता ने थामा आम आदमी पार्टी का दामन

आर्टिफिशियल बारिश का लिया जा सकता है सहारा

उन्होंने कहा कि इस प्रदूषण को कंट्रोल में लाने के 2 ही उपाय नजर आ रहे हैं- या तो तेज हवा चले या फिर बारिश हो. अगर नेचुरल बारिश नहीं हो पा रही है तो आर्टिफिशियल रेन से भी स्मॉग के कवर को हटाया जा सकता है. उन्होंने कहा मैं प्रधानमंत्री से इस विषय में हस्तक्षेप करने का निवेदन करता हूँ, क्योंकि पूरा देश इस समय प्रदूषण से परेशान है.

यह भी पढ़े -  प्रदूषण के चलते दिल्ली में 10वीं और 12वीं को छोड़कर स्कूल बंद, कॉलेज पर भी फैसला जल्द

स्मॉग से समाधान के लिए अपने मंत्री से कहकर मीटिंग का आयोजन करवाएं. दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, यूपी हर जगह प्रदूषण के चलते पीएम 10 और पीएम 2.5 के टुकड़े डिस्पर्स नहीं हो रहे हैं. इसका सीधा असर बच्चों और बुजुर्गों पर देखने को मिल रहा है. स्मॉग की लेयर को तोड़ने के लिए आर्टिफिशियल रेन करवाए जाने के विकल्प पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को चिट्ठी लिखी जा रही है.

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!

exit