नई दिल्ली | तमाम उठा- पटक के बाद हरियाणा में तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार बन गई. कांग्रेस पार्टी के तमाम दावों के बावजूद वह सत्ता परिवर्तन नहीं कर पाई. तमाम वाद- विवादों के बाद आखिरकार भारतीय जनता पार्टी ने पूर्ण बहुमत हांसिल किया. तब से लेकर तमाम तरह के राजनीतिक विश्लेषक कांग्रेस की हार के कारणों पर चर्चा कर रहे हैं. इसी विषय पर जब दुनिया के टॉप AI टूल perplexity ai से इस विषय में सवाल किया गया तो इसने 5 वजहें गिनाई, जो इस प्रकार हैं.
लीडरशिप होना चाहिए मजबूत
कांग्रेस की हार का मुख्य कारण राहुल गांधी का कमजोर नेतृत्व बताया गया. AI ने कहा कि भविष्य में भी ऐसे ही चुनावी विफलताओं का जोखिम उठाना पड़ सकता है अगर कांग्रेस एक मजबूत और विश्वसनीय नेतृत्व के बिना आगे बढ़ता है. कांग्रेस को मिलकर चुनाव लड़ना चाहिए था. चुनावों में साफ तौर पर देखा गया कि दो धड़ों में बाटी कांग्रेस का एक धड़ा चुनावों में हावी था, जबकि दूसरा धड़ा चुनाव से दूरी बनाए हुए था.
इस रणनीति पर उठे सवाल
कांग्रेस द्वारा मतदाताओं को गारंटी की रणनीति पर भी AI ने सवाल उठाए. इसका मानना है कि उनकी पार्टी विगत में किए गए वायदों को पूरा करने में असफल रही. यही कारण रहा कि मतदाताओं ने इन वायदों को स्वीकार नहीं किया.
अगले चुनाव में भी पड़ सकता है असर
चुनाव परिणाम में प्रभावी गठबंधन की कमी नजर आई. आने वाले समय में महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली में चुनाव होने हैं, जिसके लिए पार्टी को अपनी रणनीतियों का पुर्नमूल्यांकन करना बेहद जरूरी है.
अति आत्मविश्वास भी बना राह में रोडा
ऐसा देखा गया कि कांग्रेस पार्टी में अति आत्मविश्वास भरा हुआ था, जिसके चलते आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं हुआ. स्थितियों से प्रकट होता है कि यह पार्टी के खराब प्रदर्शन का कारण बन सकता है. पार्टी यह मान के चल रही थी कि बीजेपी दो बार सत्ता में रह चुकी है और सत्ता विरोधी लहर का फायदा उसे मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
समझें जन भावना को
परिणामों से यह भी पता चला कि जनता की भावनाएं पूरी तरह से कांग्रेस पार्टी के साथ नहीं थी. जनता का झुकाव बीजेपी के पक्ष में ज्यादा था. अब समय बदला है और वोटर राजनीतिक दलों से जवाबदेही मांगते हैं.
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