नई दिल्ली । कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) की ओर से एक बड़ी खबर सामने आई है जो कर्मचारियों के लिए 440 वोल्टेज के झटके से कम नहीं है. EPFO के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की मीटिंग में ईपीएफओ ने जमा राशि पर मिलने वाली ब्याज दर में कटौती करने का निर्णय लिया है. ईपीएफओ ने वित्त वर्ष 2022 के दौरान जमा रकम पर 8.1 फीसदी ब्याज देने का निर्णय लिया है. बता दें कि इससे पहले यह ब्याज दर 8.5 फीसदी थी.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भविष्य निधि में यह ब्याज दर पिछले 40 सालों में सबसे कम है. साल 1977-78 में यह ब्याज दर 8 फीसदी थी लेकिन इसके बाद साल 2015-16 तक यह ब्याज दर 8.6 फीसदी तक बनी रही थी. सुनने में आ रहा था कि गुवाहाटी में सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की बैठक शुरू होने से पहले यह आशंका जताई जा रही थी कि चालू वित्त वर्ष के लिए भविष्य निधि (PF) की ब्याज पर बड़ा निर्णय लिया जा सकता है.
बोर्ड ने पीएफ पर ब्याज दर कम करने का जो निर्णय लिया है, इसका सीधा-सीधा असर 6 करोड़ लोगों पर पड़ेगा. बता दें कि ईपीएफ योजना में कर्मचारी और उसका नियोक्ता हर महीने बराबर राशि का योगदान करते हैं, जो मूल वेतन और महंगाई भत्ते का 12 फीसदी होता है. कंपनी के योगदान का 8.33 फीसदी हिस्सा कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) के लिए जाता है. बोर्ड के इस फैसले से निश्चित तौर पर कर्मचारियों को बड़ा झटका पहुंचेगा.
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