नई दिल्ली | CBSE बोर्ड ने 9वीं से लेकर 12वीं क्लास तक के लिए नया सिलेबस जारी किया है. इस बार बोर्ड ने सिलेबस के कई चेप्टरों को हटा दिया है. बोर्ड ने 11वीं और 12वीं क्लास के सिलेबस से गुटनिरपेक्ष आंदोलन, शीत युद्ध के युग, अफ्रीकी-एशियाई क्षेत्रों में इस्लामी साम्राज्यों के उदय, मुगल दरबारों के इतिहास और औद्योगिक क्रांति के चैप्टर को हटा दिया है.
वहीं फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ द्वारा ‘धर्म, सांप्रदायिकता और राजनीति – सांप्रदायिकता, धर्मनिरपेक्ष राज्य’ खंड में उर्दू में दो कविताओं के अनुवादित अंश भी इस वर्ष हटा दिए गए है. बोर्ड ने कक्षा 10 के पाठ्यक्रम में ‘खाद्य सुरक्षा’ पर एक अध्याय से “कृषि पर वैश्वीकरण का प्रभाव” विषय को भी हटा दिया है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने भी पाठ्यचर्या सामग्री से ‘लोकतंत्र और विविधता’ के अध्यायों को हटा दिया है.
इन विषयों के अध्यायों को हटाने के पीछे के कारण के बारे में पूछे जाने पर अधिकारियों का कहना है कि परिवर्तन पाठ्यक्रम के युक्तिकरण का हिस्सा है. यह निर्णय राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की सिफारिशों के अनुरूप लिया गया है.
सिंगल बोर्ड परीक्षा में वापस जाने के संकेत
वर्ष 2022-23 के शैक्षणिक सत्र के लिए स्कूलों के साथ साझा किया गया पाठ्यक्रम भी पिछले साल किए गए एक सत्र में दो-भाग की परीक्षा से एकल-बोर्ड परीक्षा में वापस जाने के बोर्ड के निर्णय का संकेत देता है. हालांकि कोविड महामारी को देखते हुए एकमुश्त विशेष उपाय के तौर पर दो भागों में परीक्षा कराने की व्यवस्था की घोषणा की गई थी. बोर्ड के अधिकारियों ने पिछले सप्ताह कहा था कि स्थिति को ध्यान में रखते हुए समय रहते अंतिम संज्ञान लिया जाएगा.
बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “सीबीएसई कक्षा 9 से 12 के लिए वार्षिक पाठ्यक्रम प्रदान करता है.जिसमें शैक्षणिक सामग्री, परीक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम के साथ-साथ सीखने के परिणाम, शैक्षणिक अभ्यास और मूल्यांकन दिशानिर्देश शामिल हैं. हितधारकों और अन्य मौजूदा स्थितियों को ध्यान में रखते हुए बोर्ड शैक्षणिक सत्र 2022-23 के अंत में मूल्यांकन की वार्षिक योजना आयोजित करने के पक्ष में है और पाठ्यक्रम को तदनुसार डिजाइन किया गया है.
पहली बार सिलेबस से चैप्टर नहीं हटाया गया
हालांकि यह पहली बार नहीं है कि बोर्ड ने कुछ ऐसे अध्यायों को हटाया है जो दशकों से पाठ्यक्रम का हिस्सा रहे हैं. पाठ्यक्रम को युक्तिसंगत बनाने के अपने निर्णय के हिस्से के रूप में सीबीएसई ने 2020 में घोषणा की थी कि छात्रों का मूल्यांकन करते समय कक्षा 11 राजनीति विज्ञान की पाठ्यपुस्तक में संघवाद, नागरिकता, राष्ट्रवाद और धर्मनिरपेक्षता पर अध्यायों पर विचार नहीं किया जाएगा, जिससे एक बड़ा विवाद पैदा हो गया. इन विषयों को 2021-22 के शैक्षणिक सत्र में बहाल कर दिया गया था और ये पाठ्यक्रम का हिस्सा बने रहेंगे.
यहां देख सकते हैं छात्र अपना सिलेबस
सीबीएसई बोर्ड में पढ़ने वाले छात्र सीबीएसई की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अपना सिलेबस देख सकते हैं.जिसमें छात्रों को सिलेबस डाउनलोड करने का भी ऑप्शन दिया गया है. आप cbseacademic.nic.in अब जाकर आसानी से अपना सिलेबस देख सकते हैं.
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