नई दिल्ली । केन्द्र सरकार के खिलाफ तीनों कृषि कानूनों को लेकर चल रहा किसान आंदोलन आठवें महीने में प्रवेश कर चुका है. इसी बीच केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शनिवार को किसानों से अपील करते हुए कहा है कि वे अपना विरोध प्रदर्शन बंद करें. सरकार तीनों कृषि कानूनों के प्रावधानों पर फिर से बातचीत के लिए तैयार हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि तीनों कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसान नेताओं के बीच 11 दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन समाधान नहीं निकला है. 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा के बाद से ही बातचीत का दौर बंद हैं.
शनिवार को केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने ट्वीट कर कहा कि मैं आपके ( मीडिया) जरिए किसान भाईयों को कहना चाहता हूं कि कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन को खत्म करें. देशभर में कई किसान संगठन इन बिलों के पक्ष में है. अभी भी कुछ को नए कृषि कानूनों से समस्या है तो भारत सरकार उनकी समस्या सुनने और कानूनों के प्रावधानों में बदलाव के लिए तैयार हैं.
कृषि मंत्री ने कहा कि हम कृषि बिलों का विरोध कर रहे किसान संगठनों से 11 दौर की बातचीत कर चुके हैं. सरकार ने फसलों का एमएसपी बढ़ाया है और अधिक मात्रा में खरीद एमएसपी पर ही हों रही है. आपकों बता दें कि किसान संगठन तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं जबकि सरकार का कहना है कि किसान संगठन बताएं कि उन्हें कृषि बिलों में कहा आपत्ति है, सरकार सुधार करने के लिए तैयार हैं. केन्द्र सरकार ने कई बार संकेत दिए हैं कि किसानों को कृषि कानूनों की वापसी की जिद्द को छोड़कर क़ानूनी बिंदुओं पर बात करनी चाहिए, तभी बात आगे बढ़ सकती है.
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