नई दिल्ली | केंद्र सरकार ने खुदरा बाजारों में ‘बफर स्टॉक’ से 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर प्याज की बिक्री बढ़ाने का फैसला किया है. प्याज की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत 57 प्रतिशत बढ़कर 47 रुपये प्रति किलोग्राम होने के बाद केंद्र ने उपभोक्ताओं को राहत दी है.
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, प्याज की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत शुक्रवार को बढ़कर 47 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 30 रुपये प्रति किलोग्राम थी. आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को प्याज की खुदरा कीमत 40 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 30 रुपये प्रति किलोग्राम थी. आने वाले दिनों में अतिरिक्त 2 लाख टन प्याज खरीदने की योजना है.
रियायती दरों पर बिक रहा है प्याज
खुदरा बाजारों में बफर स्टॉक से प्याज दो सहकारी निकायों, भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ की दुकानों और वाहनों के माध्यम से 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर बेचा जा रहा है. दिल्ली में भी ‘बफर स्टॉक’ से प्याज उसी रियायती दर पर बेचा जा रहा है.
बुआई में देरी के कारण फसल हुई कम
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मौसम संबंधी कारणों से खरीफ प्याज की बुआई में देरी के कारण फसल कम हुई और फसल के आने में भी देरी हुई. अधिकारी ने कहा कि ताजा खरीफ प्याज की आवक अब तक शुरू हो जानी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. भंडारित रबी प्याज की कमी और खरीफ प्याज के आगमन में देरी के कारण आपूर्ति की स्थिति खराब है जिसके परिणामस्वरूप थोक और खुदरा दोनों बाजारों में कीमतें बढ़ रही हैं.
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