नई दिल्ली | केंद्र की मोदी सरकार (Modi Govt) ने त्योहारी सीजन पर किसानों को बड़ा तोहफा दिया है. सरकार ने रबी सीजन की 6 फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी कर किसानों को दिवाली से पहले बड़ी खुशखबरी प्रदान की है. सबसे ज्यादा बढ़ोतरी सरसों और तिलहन में 300 रूपए प्रति क्विंटल की हुई है.
गेहूं की MSP में बढ़ोतरी
गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 150 रूपए की बढ़ोतरी की गई है. इस बढ़ोतरी के बाद गेहूं का नया सरकारी रेट 2,425 रूपए प्रति क्विंटल हो गया है, जबकि पहले यह 2,275 रूपए था. इसके अलावा, जौ, चना, मसूर और कुसुम की एमएसपी में भी बढ़ोतरी की गई है. पीएम नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह फैसला लिया गया है.
ये होगी नई MSP
- गेहूं का MSP ₹2,425 प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो पहले ₹2,275 था.
- जौ का MSP ₹1,980 प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो पहले ₹1,850 था.
- चना का MSP ₹5,650 प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो पहले ₹5,440 था.
- मसूर (लेंस) का MSP ₹6,700 प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो पहले ₹6,425 था.
- सरसों का MSP ₹5,950 प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो पहले ₹5,650 था.
- कुसुम (संफ्लॉवर) का MSP ₹5,940 प्रति क्विंटल कर दिया गया है, जो पहले ₹5,800 था.
क्या है MSP?
न्यूनतम समर्थन मूल्य वो गारंटीड मूल्य है, जो किसानों को उनकी फसल पर मिलता है. भले ही बाजार में उस फसल की कीमतें कम हों. इसके पीछे तर्क यह है कि बाजार में फसलों की कीमतों में होने वाले उतार- चढ़ाव का किसानों पर असर न पड़े और उन्हें न्यूनतम कीमत मिलती रहे. यह एक तरह से कीमतें गिरने पर किसानों को बचाने वाली बीमा पॉलिसी की तरह काम करती है.
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