नई दिल्ली | सरकार अब “भारत ब्रांड” के तहत 25 रुपये प्रति किलो चावल बेचेगी. बता दे, चावल की कीमतों में बढ़ोतरी को नियंत्रित करने के लिए सरकार ऐसा कर रही है. एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि आटा 27.50 रुपये प्रति किलो के भाव पर उपलब्ध है. केंद्र सरकार ने 6 नवंबर 2023 को 27.50 रुपये प्रति किलोग्राम की कीमत पर भारत आटा लॉन्च किया था. इसे 10 किलोग्राम और 30 किलोग्राम के पैक में उपलब्ध कराया गया है.
इस वजह से लिया फैसला
गेहूं की बढ़ती कीमत के कारण यह फैसला लिया गया है. फिलहाल देश में आटे की औसत कीमत 35 रुपये प्रति किलो है. सरकार पहले से ही इस ब्रांड के तहत आटा और दालें बेचती है, फिलहाल देश में चावल की औसत कीमत 43 रुपये प्रति किलो है. इसे भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (नेफेड), राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता महासंघ (एनसीसीएफ) और केंद्रीय भंडार आउटलेट के माध्यम से बेचा जाएगा.
नवंबर में खाद्य मुद्रास्फीति बढ़कर हुई 8.70 फीसदी
नवंबर में अनाज की कीमतें बढ़कर 10.27% हो गईं, जिससे नवंबर में खाद्य मुद्रास्फीति बढ़कर 8.70% हो गई, जबकि पिछले महीने यह 6.61% थी. वहीं, तीन महीने की गिरावट के बाद नवंबर में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 5.55% हो गई थी.
सीपीआई से तय होती है महंगाई
एक ग्राहक के तौर पर आप और हम खुदरा बाजार से सामान खरीदते हैं. इससे संबंधित कीमतों में बदलाव को दिखाने का काम उपभोक्ता मूल्य सूचकांक यानी सीपीआई द्वारा किया जाता है. सीपीआई वस्तुओं और सेवाओं के लिए हमारे द्वारा भुगतान की जाने वाली औसत कीमत को मापता है.
कच्चे तेल, कमोडिटी की कीमतें, निर्मित लागत के अलावा और भी कई चीजें हैं जो खुदरा महंगाई दर तय करने में अहम भूमिका निभाती हैं. करीब 300 वस्तुएं ऐसी हैं जिनकी कीमतों के आधार पर खुदरा महंगाई दर तय होती है.
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