नई दिल्ली | संसद में मानसून सत्र के 5वें दिन हरियाणा कांग्रेस के सांसद जयप्रकाश उर्फ जेपी ने कई मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. हिसार से सांसद जयप्रकाश ने हिसार एयरपोर्ट, हिसार दूरदर्शन, कैंसर अस्पताल और रेल कोच फैक्ट्री जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाते हुए सरकार से जवाब- तलब किया.
एयरपोर्ट को लेकर खड़े किए सवाल
हरियाणा के एकमात्र हिसार स्थित महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट को लेकर कांग्रेस सांसद जयप्रकाश उर्फ जेपी ने केंद्र और हरियाणा सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने सदन में पूछा कि इस एयरपोर्ट का 8 बार उद्घाटन हो चुका है, लेकिन आज तक हवाई उड़ान शुरू नहीं हुई है. आज तक यह पता नहीं चला कि कौन सा एयरपोर्ट बन रहा है.
कभी कहा जाता है कि कार्गो एयरपोर्ट बनेगा, कभी इंटरनेशनल तो कभी नेशनल एयरपोर्ट कहा जाता है. एयरपोर्ट के नाम पर लगातार हिसार की जनता को भ्रमित किया जा रहा है.
किसान विरोधी सरकार
जयप्रकाश ने कहा कि केंद्र सरकार के मंत्री कहते हैं कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर हमने वादा नहीं किया. मगर केंद्र सरकार ने MSP पर कमेटी बनाने की घोषणा की थी. महीनों तक किसान मुआवजा राशि के लिए धरना प्रदर्शन करते रहते हैं. इससे ज्यादा किसान विरोधी सरकार और क्या हो सकती है.
उन्होंने कहा कि जब पीएम किसान सम्मान निधि योजना शुरू की गई थी, तो उस समय डीजल 65 रूपए प्रति लीटर था, लेकिन आज डीजल का भाव 100 रूपए प्रति लीटर के करीब जा चुका हैं. आज भी किसानों को उस योजना के तहत 6 हजार रूपए सालाना दिए जा रहे हैं. किसानों और जवानों के साथ बेईमानी करने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है.
जेपी ने सदन में पूछे ये सवाल
- रेवाड़ी में प्रस्तावित एम्स को लेकर 7 साल से ड्रामा हो रहा है, लेकिन आज तक उसमें एक ईंट रखने के सिवा कुछ नहीं किया गया है.
- रिजनल रैपिड ट्रांसिट सिस्टम (RRTS) रेल दिल्ली से हिसार जानी थी और दिल्ली से होकर पानीपत जानी थी. वो प्रोजेक्ट हमारा तैयार किया गया था. मगर NDA सरकार में एक पैसे का भी फंड उसमें नहीं दिया गया है.
- हरियाणा में कैंसर रिसर्च सेंटर बनना था. हरियाणा सरकार ने 300 एकड़ से ज्यादा जमीन भारत सरकार को दी. मगर केंद्र में NDA की सरकार ने प्रोजेक्ट को आधा कर दिया गया.
- सोनीपत में रेल कोच फैक्ट्री बननी थी, लेकिन आज उसका कोई अता- पता नहीं है. इससे यहां हजारों लोगों के लिए रोजगार की संभावनाएं बनती लेकिन इस फैक्ट्री का क्या हुआ, आज तक पता नहीं.