नई दिल्ली | हाल ही में केंद्रीय वित्त मंत्रालय के पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड ने रिठाला- नरेला- कुंडली कॉरिडोर के निर्माण को हरी झंडी दे दी है. 6231 करोड़ की लागत से बनने वाले इस कॉरिडोर के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना की अहम भूमिका बताई जा रही है. इसके बनने के बाद हरियाणा के सोनीपत से दिल्ली के बीच की कनेक्टिविटी बेहतर हो पाएंगी.
इसके अलावा, हरियाणा के कुंडली और उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद, दिल्ली मेट्रो नेटवर्क से जुड़ जाएंगे. साथ ही, कुंडली से गाजियाबाद न्यू बस अड्डा तक मेट्रो से आवागमन भी सुगम हो जाएगा.
4 सालों में बनकर होगा तैयार
अनुमान है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल से स्वीकृति मिलने के बाद यह कॉरिडोर करीब चार वर्षो में बनकर तैयार हो जाएगा. 26.463 किमी लंबी इस मेट्रो लाइन पर 22 मेट्रो स्टेशन होंगे. इस कॉरिडोर के तहत, दिल्ली के हिस्से में जो निर्माण होगा उसपर 5685.22 करोड रुपए खर्च आने का अनुमान है. इसका 40% हिस्सा केंद्र सरकार तथा 1000 करोड रुपए डीडीए द्वारा दिया जाएगा. इसके निर्माण के 37.5% बजट को लोन के द्वारा पूरा किया जाएगा. 20% हिस्सा दिल्ली सरकार भुगतान करेगी.
वहीं, दूसरी तरफ हरियाणा के हिस्से के मेट्रो के निर्माण पर 545.77 करोड रुपए खर्च आएगा, जिसका 80% खर्च प्रदेश सरकार और 20% खर्च केंद्र सरकार देगी.
ये स्टेशन होंगे कॉरिडोर में शामिल
4 चरणों में प्रस्तावित इस कॉरिडोर में रिठाला, रोहिणी सेक्टर 25, 26, 31, 32, 34, 35, 36, बवाना औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर 3 व 4, बवाना औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर 1 व 2, बवाना जेजे कॉलोनी, सनोठ, न्यू सनोठ, डिपो स्टेशन, भोरगढ़ गांव, अनाज मंडी नरेला, नरेला डीडीए स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स नरेला, नरेला सेक्टर 5, कुंडली व नाथूपुर शामिल होंगे.
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