नई दिल्ली । अगर आप Credit Card का इस्तेमाल करते हैं तो आपको हमेशा क्रेडिट कार्ड से एटीएम के जरिए कैश निकालने से बचना चाहिए. बता दे कि हर क्रेडिट कार्ड कंपनी आपको कार्ड बेचते टाइम यह अवश्य बताती है कि यूजर्स उस कार्ड से एटीएम के जरिए कैश भी निकाल सकते हैं. परंतु यहां गौर करने वाली बात यह है कि क्रेडिट कार्ड से भुगतान पर आपको करीब 30 से 45 दिन का वक्त मिलता है. वही कैश निकालने के तुरंत बाद से आप पर ब्याज लगना शुरू हो जाता है. यह ब्याज 2.5% से 3.5 % प्रति महीना हो सकता है. वहीं इसके अलावा आपको फ्लैट ट्रांजैक्शन टैक्स भी देना होगा.
क्रेडिट कार्ड यूजर्स इन जरूरी बातों का रखें ध्यान
यदि आपका क्रेडिट कार्ड आपको विदेश में भी इस्तेमाल करने की अनुमति देता है तो आपको ऐसा करने से बचना चाहिए. विदेशों में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने पर फॉरेन करंसी ट्रांजैक्शन फीस देनी होती है. वही एक्सचेंज रेट में भी उतार-चढ़ाव होता रहता है, जिसका असर भी इस पर पड़ता है. अगर आप विदेश में कैश नहीं इस्तेमाल करना चाहते, तो आप क्रेडिट कार्ड की जगह प्रीपेड कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं.
वही क्रेडिट कार्ड मिलने पर लोग इसे बेहिसाब से इस्तेमाल करने लग जाते हैं. ऐसे में वे यह भी याद नहीं रखते कि वह अपने क्रेडिट कार्ड लिमिट से भी ज्यादा पैसे क्रेडिट कार्ड से खर्च कर चुके हैं. ऐसे में यह ध्यान रखना चाहिए कि अपनी लिमिट से ज्यादा खर्च करते हैं तो कंपनी आप पर इसके लिए चार्ज भी लगाती है. बहुत कम लोगों को पता है कि अगर यूजर अपनी लिमिट का 30 परसेंट से अधिक इस्तेमाल कर ले तो इसका सिबिल स्कोर पर बुरा असर पड़ता है.
क्रेडिट कार्ड के बिल में दो तरह के ड्यू अमाउंट होते हैं. जिनमें से एक टोटल अमाउंट ड्यू व दूसरा मिनिमम अमाउंट ड्यू. मिनिमम अमाउंट ड्यू कम पैसों का होता है, लेकिन सिर्फ इसे चुकाने की गलती ना करें. मिनिमम अमाउंट ड्यू चुकाने से सिर्फ आपका क्रेडिट कार्ड ब्लॉक नहीं होगा. आप ड्यू डेट के बाद भी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर सकेंगे. वही ऐसा करने से आप पर बैंक की तरफ से ज्यादा ब्याज लग सकता है, जो कि पूरे पैसों पर लगेगा. क्रेडिट कार्ड बकाया पर लगने वाला ब्याज सालाना 48% तक हो सकता है.
वही बहुत सारे क्रेडिट कार्ड यूजर्स को बैलेंस ट्रांसफर की सुविधा भी देते हैं. इसका मतलब यह है कि आप अपने एक क्रेडिट कार्ड से किसी दूसरे क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान भी कर सकते हैं. इसके लिए यूजर्स को कुछ ब्याज भी चुकाना पड़ता है. बता दे कि एक कार्ड का बिल दूसरे से भर दे, फिर दूसरे का तीसरे से और तीसरे का चौथे से ऐसा करने से भी आपका सिबिल स्कोर खराब हो सकता है.
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