नई दिल्ली | केंद्र की मोदी सरकार ने दिवाली पर्व पर महिला सैनिकों को बड़ा तोहफा दिया है. अब महिला सैनिकों को एक समान मैटरनिटी लीव (Maternity Leave) मिलेगी, भले ही वो किसी रैंक पर हों. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि सभी महिला सैन्यकर्मियों को समान रूप से मातृत्व, शिशु देखभाल और दत्तक ग्रहण अवकाश देने संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है. इस फैसले से सशस्त्र बलों में हर रैंक की महिलाओं की ‘समावेशी भागीदारी’ सुनिश्चित होगी.
रक्षा मंत्रालय का ऐलान
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि सशस्त्र बलों में महिला सैनिकों, नाविकों और वायु सैनिकों के लिए उनकी समकक्ष अधिकारियों के बराबर मातृत्व, शिशु देखभाल और दत्तक ग्रहण अवकाश देने संबंधी नियमों को लागू करने के प्रस्ताव को राजनाथ सिंह ने मंजूरी प्रदान कर दी है. मंत्रालय ने कहा कि इन नियमों के लागू होने से सेना में सभी महिलाओं को समान रूप से ये छुट्टियां मिलेंगी, भले ही वे कोई अधिकारी हो या किसी अन्य रैंक पर कार्यरत हों.
Raksha Mantri Shri @rajnathsingh has approved a proposal for extension of the rules for Maternity, Child Care and Child Adoption Leaves for women soldiers, sailors and air warriors in the Armed Forces at par with their officer counterparts. With the issuing of the rules, the…
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) November 5, 2023
मंत्रालय के मुताबिक, इस कदम से सेना में महिलाओं को अपने पेशेवर एवं पारिवारिक जीवन को बेहतर तरीके से संतुलित करने में मदद मिलेगी तथा इससे कामकाजी स्थिति में सुधार होगा.
अब मिलेगी इतनी छुट्टियां
रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि इस समय महिला अधिकारियों को हर बच्चे के लिए 180 दिन का मातृत्व अवकाश मिलता है. यह नियम अधिकतम 2 बच्चों पर लागू होता है. उन्होंने बताया कि महिला अधिकारियों को संपूर्ण सेवा कार्यालय में 360 दिन का शिशु देखभाल अवकाश मिलता है. इसके लिए बच्चे की आयु 18 वर्ष से कम होनी चाहिए. उन्होंने बताया कि 1 साल से कम उम्र के बच्चे को गोद लेने की वैध तिथि के बाद 180 दिनों की दत्तक ग्रहण छुट्टी दी जाती है.
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