नई दिल्ली | एक समय ऐसा था जब इंसान को आवागमन के साधनों के लिए बैलगाड़ी आदि का इस्तेमाल करना पड़ता था. धीरे- धीरे सभ्यता विकसित हुई और बाकी यातायात के साधन प्रयोग में आने लगे. हवाई जहाज के प्रयोग में आने के बाद लगा कि व्यक्ति ने विज्ञान के चरम को हासिल कर लिया है. पहले कभी किसी ने यह नहीं सोचा होगा कि भविष्य में एक ऐसा दौर भी आएगा जब हवा में टैक्सियां उड़ती नजर आएगी.
DGCA कर रहा योजना पर काम
दरअसल, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय द्वारा देश के कई शहरों में एयर टैक्सी की शुरुआत करने की योजना पर काम किया जा रहा है. अनुमान है कि साल 2026 में देश के प्रमुख शहरों दिल्ली, NCR, मुंबई और बेंगलुरु में इसकी शुरुआत कर दी जाएगी. प्रयोग सफल रहने पर चेन्नई और हैदराबाद में भी इन टैक्सियों को लांच किया जा सकता है.
200 एयर टैक्सियों का दिया जा चुका आर्डर
इसके लिए आर्चर कंपनी को 200 मिडनाइट एयर टैक्सियों का आर्डर दिया गया है. इस पर करीब एक अरब डॉलर का खर्च आने का अनुमान है. कंपनी का मानना है कि साल 2025 तक न्यूयॉर्क, शिकागो और अमेरिका में एयर टैक्सी का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा. वहां अगर यह प्रयोग सफल हो जाता है, तो उसके तुरंत बाद भारत और यूएई में इस प्रोजेक्ट को लांच कर दिया जाएगा.
IGE के राहुल भाटिया हाल ही में आर्चर के अमेरिकी मुख्यालय विजिट के लिए गए थे. तब उन्होंने कहा था कि यह एयर टैक्सी अलग नहीं है और यह देश में बहुत शक्तिशाली तरीके से काम करेंगी.
इतना हो सकता है किराया
आर्चर के सीईओ भारतीय मूल के निखिल गोयल हैं. वह कहते हैं कि जिस प्रकार सड़कों पर उबर चलती हैं, उसी प्रकार यह एयर टैक्सियां हवा में चलेंगी, लेकिन उनकी तुलना में इनका किराया थोड़ा ज्यादा हो सकता है. उबर की सहायता से यदि दिल्ली से गुड़गांव का सफर किया जाए तो उसमें 1,500 से ₹2,000 का किराया खर्च होता है, लेकिन एयर टैक्सी की लागत इसी दूरी को तय करने में 2,000 से ₹3,000 तक के बीच की होगी.
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