चंडीगढ़ । किसान नेता राकेश टिकैत को जान से मारने की धमकी मिली है. इस मामले में यूपी पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. वहीं, भारतीय किसान यूनियन ने अपने नेता टिकैत के लिए वाई श्रेणी की सुरक्षा की मांग की है.फिलहाल मुजफ्फरनगर पुलिस ने धमकी को लेकर मामला दर्ज कर लिया है.
टिकैत ने लगाया ये आरोप
राकेश टिकैत ने आरोप लगाया है कि किसान आंदोलन के बाद से उनके और उनके परिवार के सदस्यों को उनके मोबाइल नंबरों पर धमकी भरे कॉल आ रहे थे, लेकिन अब यूपी में बीजेपी की जीत के बाद जान से मारने की धमकी दी जा रही है और गालियां दी जा रही हैं.
नंबर करेंगे सार्वजनिक
मीडिया से बात करते हूए राकेश टिकैत ने कहा कि अगर जल्द ही पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की जाती है तो वह इस बार आरोपी के साथ बातचीत का ऑडियो और आरोपी का फोन नंबर सार्वजनिक करेंगे. उन्होंने कहा कि पहले भी यूपी पुलिस को तहरीर दी गई है क्योंकि इससे पहले भी धमकी भरे फोन कॉल की आए थे.साथ ही उन्होंने कई इलाकों के थानों में भी पुलिस को एफआईआर दर्ज कराई है मगर अभी तक ऐसे किसी भी मामले में कार्रवाई नहीं की गई है.
किसान यूनियन ने की ये मांग
उधर भारतीय किसान यूनियन ने मांग की है कि राकेश टिकैत को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद उन्हें ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा दी जाए. भारतीय किसान यूनियन ने कहा है कि राकेश टिकैत को पहले भी जान से मारने की धमकी मिल चुकी है.
पुलिस का क्या कहना है
इस मामले में मुजफ्फरनगर पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि इस संबंध में सिविल लाइंस थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और तथ्यों के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है. आरोपियों की तलाश की जा रही है.बताया जा रहा है कि रविवार दोपहर टिकैत को संजू नाम के शख्स के नंबर से कॉल आई.उसने टिकैत को जान से मारने की धमकी दी. राकेश टिकैत ने भी युवक को समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नाकाम रहा. आखिरकार पुलिस को मामले की जानकारी दी गई.
पहले भी मिल चुकी है धमकी
यह पहली बार नहीं है जब टिकैत को इस तरह की धमकियां मिली हैं। उन्हें किसान आंदोलन के समय से ही और बाद में भी इस तरह की धमकियां मिल रही हैं.जिसके बारे में टिकैत पहले ही पुलिस को बता चुके हैं और शिकायत भी दर्ज कर ली गई है, लेकिन इन मामलों में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. टिकैत को धमकी देने के मामले में अब पुलिस भी सवालों के घेरे में आ रही है. इस मामले में पुलिस पर ढिलाई बरतने का भी आरोप लगाया जा रहा है.
क्या सुरक्षा की मांग करना गलत है
इस पूरे मामले में देखा जाए तो सबसे अहम बात यह है कि राकेश टिकैत ने पहले भी यूपी पुलिस को धमकी भरे फोन कॉल आने के बाद कई बार शिकायत दर्ज कराई है. मगर अभी तक कोई भी आरोपी नहीं पकड़ा गया है. सवाल ये उठता है कि अगर किसी सरफिरे द्वारा राकेश टिकैत या उनके परिवार के सदस्यों को नुकसान पहुंचा दिया जाता है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा. क्योंकि राकेश टिकैत ने साफ कह दिया है कि पुलिस भी उनकी बात नहीं सुन रही है. जिस वजह से भारतीय किसान यूनियन बाई कैटेगरी की सुरक्षा की मांग कर रहा है.
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