नई दिल्ली | बरसात की वजह से जनजीवन अस्त-वयस्त हो चुका है. इस बीच रविवार को हरियाणा के हथिनी कुंड बैराज से यमुना में भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया. इस दौरान शाम 7 बजे सबसे ज्यादा एक लाख 65 हजार 823 क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया जो कि दिल्ली पहुंचते- पहुंचते मंगलवार सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे के बीच खतरे के निशान (205.33 मीटर) से ऊपर पहुंच जाएगा.
दिल्ली में बाढ़ का खतरा
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग का नियंत्रण कक्ष पिछले महीने से सक्रिय हो गया है. पिछले दो दिनों से हो रही बारिश को देखते हुए विभाग के अधिकारी लगातार यमुना के जलस्तर पर नजर रख रहे हैं. साथ ही, आसपास लोगों को जगह खाली करने के निर्देश दे दिए हैं.
मंत्री ने तैयारियों का किया निरीक्षण
दिल्ली सरकार की कैबिनेट मंत्री आतिशी सोमवार को यमुना का निरीक्षण कर बाढ़ से निपटने और राहत कार्यों के लिए की गई तैयारियों का निरीक्षण करेंगी. जानकारी के मुताबिक, सुबह 10 बजे से 45,202 क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया. इसके बाद, लगभग हर घंटे पानी छोड़ने का सिलसिला बढ़ता चला गया.
खतरे के निशान से ऊपर जायेगा जलस्तर
एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने पर दिल्ली में यमुना का जलस्तर चेतावनी और खतरे के निशान से ऊपर जाने की संभावना है. ऐसी स्थिति में विभाग प्राथमिक स्तर पर चेतावनी जारी करता है. दरअसल, शाम 4 बजे जैसे ही एक लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया विभाग ने चेतावनी जारी कर दी. फिलहाल, यमुना का जलस्तर चेतावनी स्तर (204.50 मीटर) से कम है. दोपहर दो बजे ओल्ड रेलवे ब्रिज के पास यमुना का जलस्तर 203.24 मीटर था जो शाम सात बजे बढ़कर 203.62 मीटर हो गया है.
हथिनी कुंड बैराज से क्यूसेक में छोड़ा गया पानी
- सुबह 10 बजे – 45,202
- दोपहर 12 बजे – 67,984
- दोपहर 2 बजे – 85,642
- दोपहर 3 बजे – 85,642
- शाम 4 बजे – 1,05453
- शाम 5 बजे – 1,90,861
- शाम 6 बजे – 1,35,133
- शाम सात बजे- 1,65,823