नई दिल्ली । हरियाणा के करनाल में किसानों पर हुएं लाठीचार्ज के विरोध में प्रदेश की मनोहर सरकार पर लगातार निशाना साधा जा रहा है. इसी संबंध में अब मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को किसानों से माफी मांगने की सलाह देते हुए साथ ही एसडीएम पर कार्रवाई करने के लिए भी कहा है. बता दें कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कार्यक्रम का विरोध कर रहे किसानों पर करनाल के बसताड़ा टोल पर जमकर लाठियां भांजी गई थी जिसमें कई किसानों को गंभीर चोटें आई थी.इस दौरान एक प्रदर्शनकारी किसान की उपचार के दौरान मौत भी हुई है.
मीडिया को संबोधित करते हुए राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन पिछले नौ महीनों से चल रहा है लेकिन अभी तक प्रधानमंत्री या गृहमंत्री द्वारा किसानों पर कही बल प्रयोग नहीं किया गया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ही इसे बढ़ावा दे रहे हैं. वो जानबूझकर उन जिलों में कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं जहां किसान आंदोलन की जड़ें मजबूत है. मुख्यमंत्री के इशारे पर ही किसानों पर अत्याचार हो रहे हैं.
हरियाणा के सीएम को इस निंदनीय घटनाक्रम के लिए किसानों से माफी मांगनी चाहिए. किसानों के सिर लाठी से फोड़ने के आदेश देने वाले एसडीएम पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए थी. अगर सरकार कार्यवाही करने में देरी बरत रही है तो इसका मतलब सरकार का हाथ उस अधिकारी के उपर है.
एसडीएम के विवादित बयान वाले वीडियो पर राज्यपाल ने कहा कि एसडीएम आयुष सिन्हा को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त कर देना चाहिए. ऐसे अधिकारी को पावर में रहने का कोई अधिकार नहीं है जो सरेआम निहत्थे किसानों पर लाठीचार्ज करने के आदेश जारी करता है. वह इस पद पर रहने के लायक नहीं है. सरकार उस अधिकारी का समर्थन कर रही है इसलिए अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
में जब भी केन्द्रीय मंत्रियों से मुलाकात करता हूं तब सिर्फ एक ही बात कहता हूं कि किसानों को खाली हाथ घर मत भेजना. किसान शांतिपूर्ण तरीके से अपने हकों की लड़ाई लड़ रहा है लेकिन हरियाणा की गठबंधन सरकार बार-बार किसानों को उकसा रही है और उन पर बार-बार लाठीचार्ज किया जा रहा है.
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