नई दिल्ली | भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने त्योहारी सीजन पर अपने रिटायर्ड कर्मचारियों को बड़ी खुशखबरी प्रदान की है. रेलवे द्वारा जारी अधिसूचना में कहा गया है कि रेलवे विभाग में कर्मचारियों की कमी को देखते हुए रिटायर्ड कर्मचारियों को एक बार फिर से कॉन्ट्रैक्ट बेसिस नौकरी पर रखा जाएगा और इसके लिए हर जोन के जनरल मैनेजर को यह अधिकार दिया गया है.
रेलवे ने जारी की अधिसूचना
रेलवे बोर्ड ने सभी जोन के जनरल मैनेजरों को लिखे एक सर्कुलर में बताया है कि सुपरवाइजर और स्टाफ की कमी को देखते हुए रेलवे को काफी परेशानियां झेलनी पड़ रही है. ऐसे में रिटायर्ड कर्मचारियों को नौकरी पर रखने का फैसला लिया गया है. हालांकि, ये एक कॉन्ट्रैक्ट बेसिस की जॉब होगी, जिसमें कोई कर्मचारी 2 साल या 65 साल की आयु (जो भी पहले हो) तक ही नौकरी कर सकता है.
जानकारी के अनुसार, सर्विस के पूरे पीरियड में उन्हें हर महीने के 1.5 दिनों की पेड लीव दी जा सकती है. हालांकि, एक कैलेंडर वर्ष से अधिक छुट्टी जमा करने की अनुमति नहीं होगी और न ही नियुक्ति बढ़ाए जाने पर इसे आगे बढ़ाया जाएगा. इसके साथ ही, अनुबंध के खत्म होने के वक्त बची हुई पेड लीव के बदले कोई भुगतान भी नहीं किया जाएगा.
इन बातों का रखा जाएगा ध्यान
रेलवे बोर्ड ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि नॉन गैजेटेड रेलवे स्टाफ जो कि अपने रिटायरमेंट के समय पे- लेवल 1 से पे- लेवल 7 तक काम कर रहा हो, उसे उसी लेवल पर फिर से हायर किया जाएगा. ये अधिकार सिर्फ जनरल मैनेजर के पास होने वाला है. हालांकि, दोबारा नौकरी पर रखने से पहले कर्मचारियों का उनके पोस्ट के हिसाब से मेडिकल फिटनेस टेस्ट लिया जाएगा.
इसके अलावा, सेवानिवृत्ति के आखिरी 5 साल में उनके काम का रिव्यू किया जाएगा. इस अवधि के दौरान प्रत्येक कर्मचारी को एक फिक्स्ड सैलरी दी जाएगी, जो कि उनकी आखिरी सैलरी से पेंशन की राशि को घटाकर तय की जाएगी. नौकरी की पूरी अवधि के दौरान इन कर्मचारियों को कोई इंक्रीमेंट, DA और एचआरए का लाभ नहीं मिलेगा.
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