जानिए Elon Musk के जीवन के अनसुने किस्से, जिससे हर कोई है अंजान

नई दिल्ली। आज केवल हर जगह एलन मस्क की ही चर्चाएं हो रही है.एलन मस्क ने आज पूरी दुनिया में अपनी एक खास पहचान बना ली है. उन्हें दुनिया का सबसे अमीर व्यक्ति होने के साथ-साथ भविष्य का निर्माता भी कहा जाता है. उन्होंने स्पेस एक्स का गठन किया, जो लॉन्च वाहनों और अंतरिक्ष यान का निर्माण करता है. वह इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी भी हैं. इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की और तमाम बाधाओं को पार कर अपने लक्ष्य को हासिल किया. आज इस लेख के माध्यम से हम आपको Elon Musk की शिक्षा से लेकर सफलता की सीढ़ी चढ़ने तक की पूरी कहानी बताएंगे. आईए जानते हैं..

elon musk

एलोन मस्क का प्रारंभिक जीवन

एलोन मस्क का जन्म 28 जून 1971 को प्रिटोरिया, त्रांसवाल, दक्षिण अफ्रीका में हुआ था. एलन मस्क के पिता एरोल मस्क एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर और पायलट थे. वहीं उनकी मां मई मस्क डायटीशियन थीं. मस्क अपने तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ा है. उनके भाई किम्बल मस्क आज एक बिजनेसमैन और पर्यावरणविद हैं. जबकि उनकी बहन तोस्का मस्क एक फिल्म निर्माता और निर्देशक हैं. जब एलन 10 साल के थे, तब उनके माता-पिता का तलाक हो गया. जिसके बाद एलन अपने पिता के साथ रहने लगे और अपनी शुरुआती पढ़ाई साउथ अफ्रीका में रहकर की.

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प्रारंभिक शिक्षा

Elon Musk जब 12 साल के थे, तब उन्होंने इतनी किताबें पढ़ी थीं कि ग्रेजुएट होने वाले छात्र भी नहीं पढ़ते हैं. बचपन से ही एलन का पसंदीदा विषय कंप्यूटर था. उन्होंने बचपन में किताबों की मदद से कंप्यूटर में प्रोग्रामिंग सीखी और ब्लास्ट नाम का गेम बनाया. उन्होंने इस गेम को सिर्फ 500 डॉलर में एक अमेरिकी कंपनी को बेच दिया. एक बार लड़ते हुए वे सीढ़ी से गिर पड़े और बेहोश हो गए. उस घटना के बाद से एलन को आज तक सांस लेने में दिक्कत होता है.

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फिजिक्स और अर्थशास्त्र में स्नातक

एलन को1988 में उच्च शिक्षा के लिए कनाडाई पासपोर्ट मिल गया, जिसके बाद उन्होंने दक्षिण अफ्रीका छोड़ दिया और किंग्स्टन, ओंटारियो के क्वींस विश्वविद्यालय में भाग लिया. एलन ने यहां से वर्ष 1992 में पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय, फिलाडेल्फिया में स्थानांतरण लिया. यहां उन्होंने 1997 में भौतिकी और अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की. फिर वे कैलिफोर्निया चले गए, जहां उन्होंने पीएचडी के लिए स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया लेकिन छोड़ दिया. एलन का मानना ​​था कि इंटरनेट में फिजिक्स से ज्यादा समाज को बदलने की क्षमता है. इसके बाद उन्होंने अमेरिका में अपने भाई के साथ मिलकर 1995 में Zip2 नाम की कंपनी बनाई.

Zip2 और पेपाल की सफलता

एलन द्वारा स्थापित Zip2 कंपनी ने ऑनलाइन समाचार और मानचित्र प्रदान किए. 1999 में Zip2 को कंप्यूटर निर्माता कॉम्पैक ने 307 मिलियन डॉलर में खरीदा, जिससे एलन को उसकी हिस्सेदारी के लिए 22 मिलियन डॉलर मिले. इसके बाद मस्क ने एक ऑनलाइन फाइनेंस सर्विस कंपनी X.com की स्थापना की, जो बाद में Paypal बन गई. यह ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करता थी. पेपाल को ईबे ने 2002 में एक ऑनलाइन नीलामी में 1.5 अरब डॉलर में खरीदा था.

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रॉकेट साइंस पढ़कर बनाया रॉकेट

इन सफलताओं के बाद, Elon Musk समझ गए कि अगर उन्हें आगे बढ़ना है, तो उन्हें दुनिया से अलग सोचना होगा. इन दो सफलताओं के बाद एलन के पास भी काफी पैसा था. तो सोचा क्यों न अंतरिक्ष में हाथ आजमाया जाए. जिसके बाद वो 2003 में 3 ICBM रॉकेट लेने रूस गए, जहां उन्हें 8 मिलियन डॉलर में सिर्फ एक रॉकेट मिल रहा था. एलन ने सोचा कि इतनी बड़ी रकम चुकाने के बजाय खुद रॉकेट बनाना बेहतर है. एलन मस्क वापस आए और रॉकेट साइंस की पढ़ाई करने लगे.आज नासा एलन मस्क द्वारा बनाए गए रॉकेट का भी उपयोग करता है.

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