नई दिल्ली । गुरुवार को हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने एक बयान दिया, जिस वजह से प्रदेश का राजनीतिक पारा बढ़ गया. गुरुवार को सुबह नई दिल्ली में कुमारी शैलजा ने कहा कि जननायक जनता पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और निर्दलीय विधायक कांग्रेस पार्टी के संपर्क में हैं. यदि आवश्यकता महसूस हुई और हालात बने तो कांग्रेस पार्टी संविधान के अनुसार सरकार बनाने के लिए कदम उठाएगी.
खट्टर ने किया पलटवार
दूसरी ओर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कांग्रेस पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष सैलजा के इस दावे पर पलट वार करते हुए कहा कि यह हमें भी पता है और उनको भी पता है कि कितने लोग किस के संपर्क में हैं. मैं सिर्फ इतना ही कहूंगा कि सावधान रहें.
खुलकर नहीं बोल पा रहे कुछ विधायक
कुमारी शैलजा के अनुसार नए कृषि कानूनों के संबंध में सत्तारूढ़ विधायकों में बहुत नाराजगी है. सरकार में मौजूद विधायक उनसे और कांग्रेस के अन्य विधायकों से वार्तालाप कर रहे हैं. इस दौरान उनका गुस्सा सामने निकल कर आता है. बहुत से विधायक किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं. परंतु वे खुलकर कुछ बोल नहीं पा रहे हैं.
जेजेपी के साथ-साथ बीजेपी के विधायक भी है नाराज
हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने कहा कि हरियाणा की वर्तमान सरकार विधायकों और जनता का समर्थन और भरोसा खो बैठी है. यदि आवश्यकता महसूस हुई और हालात बने तो कांग्रेस पार्टी संविधान के अनुसार सरकार बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी. सत्ता का खालीपन छोड़ा नहीं जाएगा. विधायकों की राय के अनुसार उसे भरा जाएगा. जननायक जनता पार्टी के साथ ही बीजेपी के भी कई विधायक चाहते हैं कि यह 3 नए कानून वापस ले लिया जाए. किसान आंदोलन की वजह से उन्हें बहुत अधिक राजनीतिक नुकसान हो रहा है. सुप्रीम कोर्ट के द्वारा भी इन कानून के अमल पर रोक लगा दी गई है. परंतु किसान इसे संतोषजनक नहीं मानते.
विधायकों ने नए कानूनों को किया ना मंजूर
इससे पहले नई दिल्ली में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के निवास स्थान पर जेजेपी के विधायक दल की मीटिंग हुई थी. इस मीटिंग में बहुत से विधायकों ने नए कृषि कानून को नामंजूर कर दिया. नारनोल के विधायक राजकुमार गौतम तो मीटिंग में पहुंचे ही नहीं.
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