नौकरी छोडी, 5 बार हुए UPSC परीक्षा में फेल- फिर भी नहीं छोडी आस; प्रेरणा से भरी है इन 4 IAS अफसरों की कहानियां

नई दिल्ली | दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से तीसरे नंबर पर UPSC की परीक्षा मानी जाती है. कुछ स्टूडेंट इसे पहली बार में ही पास कर लेते हैं, लेकिन कुछ को इसमें सफलता पाने के लिए कड़ी मेहनत और बार- बार प्रयास करने पड़ जाते हैं. हमारे सामने कई उदाहरण ऐसे हैं, जिन्होंने पहले ही प्रयास में यूपीएससी परीक्षा पास करके युवाओं के लिए मिसाल पेश की है. लेकिन कइयों को सफलता पाने के लिए काफी प्रयत्न करने पड़े हैं.

IAS in Last Attempt

IAS प्रियंका गोयल

दिल्ली की रहने वाली IAS प्रियंका गोयल ने बीकॉम के बाद यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी. हालांकि उनका यह सफर आसान नहीं रहा. पहले प्रयास में वह प्री परीक्षा भी पास नहीं कर पाई थी. दूसरे में केवल 0.7 मार्क्स से सफल होने से चूक गई. तीसरे अटेम्प्ट में मेंस परीक्षा में फेल हो गई, चौथे में CSAT में पीछे रह गई. पांचवें में कोरोना काल के दौरान उनकी मां के लंग्स डैमेज हो गए थे और वह प्रेलिम्स परीक्षा में भी फेल हो गई, लेकिन आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई. यूपीएससी परीक्षा 2022 में उन्होंने 369वीं रैंक पाई.

IAS मोहित गुप्ता

ऐसी ही कुछ कहानी IAS मोहित गुप्ता की है. इंजीनियरिंग बैकग्राउंड से संबंध रखने वाले मोहित साल 2017 में यूपीएससी परीक्षा के पहले अटेम्प्ट में प्री परीक्षा में असफल हो गए. दूसरे में दो अंकों से रह गए. तीसरे में मेंस में फेल हुए. चौथे में इंटरव्यू में 13 मार्क्स से रह गए. पांचवें में भी असफल हुए. फिर छठे में उन्होंने 195वीं रैंक प्राप्त की और आईएएस अफसर बन गए.

IAS रूहानी

हरियाणा के गुरुग्राम की रहने वाली आईएएस रूहानी ने 2 सालों तक नीति आयोग में सरकारी नौकरी की. उन्होंने सेंट स्टीफनस कॉलेज से बीए ऑनर्स में पास किया था. उसके बाद, इग्नू से इकोनॉमिक्स में मास्टर्स की डिग्री हासिल की. उनका सपना आईएएस अफसर बनने का था. 2 बार सिविल सर्विस में सिलेक्शन होने के बावजूद उन्होंने एक और अटेम्प्ट दिया. अंत में पांचवी रैंक के साथ वह आईएएस अफसर बन गई. इससे पहले उन्होंने 159वीं रैंक प्राप्त की थी.

IAS आकृति सेठ

हरियाणा के अंबाला की रहने वाली आकृति सेठ दसवीं और 12वीं में स्कूल टॉपर रह चुकी हैं. दिल्ली से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन और मास्टर की डिग्री करने के बाद उन्होंने अपने फैमिली को सपोर्ट करने की सोची. 3 साल से ज्यादा समय तक उन्होंने प्राइवेट जॉब भी की. उनकी तनख्वाह ₹60,000 प्रति माह थी. 2017- 18 में वह यूपीएससी के पहले और दूसरे प्रयास में प्री परीक्षा भी पास नहीं कर पाई. पहले अटेम्प्ट में वह केवल 2 अंकों से पीछे रह गई. आखिरकार उन्होंने यूपीएससी परीक्षा 2022 में 249वीं रैंक प्राप्त की और अपना सपना पूरा किया.

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