नई दिल्ली | मोटी सैलरी हर कोई चाहता है क्योंकि लोग पढ़ाई भी इसीलिए करते हैं. मगर अब जमाना बदल गया है. ऐसे भी लोग हैं जो बेहतर पैकेज के बावजूद ना केवल नौकरी छोड़ देते हैं बल्कि वे फिर से पढ़ाई भी शुरू कर देते हैं और यूपीएससी सिविल परीक्षा की तैयारी में लग जाते हैं. आज की इस सक्सेस स्टोरी में हम एक ऐसी ही लड़की की कहानी बताने जा रहे हैं जिसने इंजीनियरिंग के बाद बेहतर पैकेज छोड़कर यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली. आइए जानते हैं कैसा रहा उनका यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का सफर…
देश की राजधानी से रखती हैं ताल्लुक
विशाखा यादव देश की राजधानी दिल्ली से ताल्लुक रखती हैं. वह द्वारका की रहने वाली हैं. उनकी स्कूली शिक्षा भी यहीं पूरी हुई है. इसके साथ ही, उन्होंने जेईई मेन्स की परीक्षा पास की और दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) में बीटेक में दाखिला लिया.
लाखों की छोड़ी नौकरी
डीटीयू से बीटेक की डिग्री लेने के बाद विशाखा को संस्थान से बेहतर पैकेज पर नौकरी का ऑफर भी मिला. उन्होंने इसे स्वीकार भी किया लेकिन नौकरी के दो साल के दौरान उन्हें अहसास हुआ कि यह नौकरी उनकी मंजिल नहीं है. उन्हें कुछ और हासिल करना है. इसके बाद, उन्होंने यह नौकरी छोड़ दी और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने लगे.
प्रीलिम्स में दो बार हुई फेल
पूरी तैयारी के बाद विशाखा प्रीलिम्स परीक्षा में शामिल हुईं लेकिन उन्हें इसमें सफलता नहीं मिली. ऐसा उनके साथ एक बार नहीं बल्कि दो बार हुआ. वह प्रारंभिक परीक्षा में अपने दोनों प्रयासों में अनुत्तीर्ण हो गई थी जिससे वह बहुत निराश थी. हालांकि, उन्होंने इस निराशा को खुद पर हावी नहीं होने दिया, वह दृढ़ रही.
तीसरे प्रयास में हासिल की 6वीं रैंक
हार ना मानते हुए विशाखा तैयारी करती रहीं पिछली दो बार में हुई गलतियों पर सुधार किया. इसके बाद, उन्होंने तीसरा प्रयास दिया. इस बार उनकी मेहनत में कोई कमी नहीं आई. वह परीक्षा में शामिल हुई और तीनों चरणों में उत्तीर्ण होकर सफल हो गई और छठी रैंक हासिल की.
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