नई दिल्ली | दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में जूनियर पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए पहलवान सुशील कुमार से दिल्ली पुलिस लगातार पुछताछ कर रही है. पुछताछ के दौरान सुशील ने पहले तो पुलिस को बताया कि वह वहां मौजूद जरुर था लेकिन बीच- बचाव कर रहा था.
इस पर जब दिल्ली पुलिस ने सुशील कुमार को वो रिकार्डिंग वीडियो दिखाई तो सुशील ने कहा कि उसका इरादा सागर को जान से मारने का नही था बल्कि वो उसे सिर्फ धमकाने व पीटने आएं थे. अगर उसका इरादा सागर को मारने का होता तो वो अपने साथी प्रिंस से घटना की वीडियो रिकार्डिंग क्यूं करवाता. वीडियो के माध्यम से वो दूसरी गैंग के लोगों में अपनी दहशत फैलाना चाहता था. झगड़े के दौरान सागर को ज्यादा चोटें लग गई जिसकी वजह से वो मर गया.
वहीं सुशील के इन बयानों पर दिल्ली पुलिस का कहना है कि ये धारा 302 से बचने के लिए सुशील कुमार का एक पैंतरा भी हो सकता है. अगर सुशील कुमार इसे गैर-इरादतन हत्या का मामला साबित कर दें तो लाजमी है कि सजा भी कम हो जाएगी.
आखिर पुलिस के हाथ कैसे लगा वीडियो
सुशील कुमार ये सारी बातें क्यूं मान रहा है, उसके पीछे भी एक वजह है वो शूट वीडियो जो सुशील ने अपने साथी प्रिंस से मोबाइल पर रिकॉर्ड करवाया था. ऐसा नहीं है कि दिल्ली पुलिस प्रिंस के पीछे भागी और वो पुलिस के हत्थे चढ़ गया हो. जब छत्रसाल स्टेडियम में मारपीट हो रही थी तो ज्यादातर पहलवान शराब के नशे में धूत थे. इस दौरान हवाई फायरिंग भी की गई. जब झगड़ा ज्यादा बढ़ गया तो उन्हीं में से किसी ने 100 नंबर डायल कर दिया.
झगड़े की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस को आता देख सुशील समेत बाकी लोग वहां से भाग गए. लेकिन प्रिंस और सागर के दो साथी जिनको बुरी तरह से पीटा गया था, स्टेडियम के गेट के पास खड़ी गाड़ी में जाकर बैठ गए. पुलिस मौका-ए-वारदात पर छानबीन करतीं हैं तो उसे पिस्तौल और गोलियों के खोल बरामद होते हैं. जब पुलिस उस गाड़ी की तरफ आती है तो देखती है कि दो युवक बुरी तरह से लहुलुहान है जबकि एक युवक को कोई चोट नहीं है.
पुलिस पुछताछ करतीं हैं तो दोनों चोटिल युवक बताते हैं कि ये वही युवक है जो हमें पीटने वालों के साथ था. इस दौरान पुलिस प्रिंस की तलाशी लेती है तो वो मोबाइल हाथ लग जाता है जिसमें वारदात का वीडियो शूट किया गया था.
थाने में सारी रात रोता रहा पहलवान
मॉडल टाउन थाने में पुलिस पहलवान को वीडियो दिखाते हुए कहती हैं कि आप इसमें हॉकी स्टिक से सागर को पीटते हुए साफ नजर आ रहे हों. इस पर सुशील ने फिर वही कहानी दोहराई कि उसका इरादा जान से मारने का नही था. पहलवान सुशील कुमार थाने में अफसोस जताते हुए सारी रात रोता रहा. वो बार-बार यही बात दोहरा रहा था कि ये उसने क्या कर दिया. पहलवान सुशील कुमार को 3-4 बार खाना दिया गया लेकिन उसने खाना नहीं खाया.
दिल्ली पुलिस के पास है सबुत
फिलहाल दिल्ली पुलिस के पास वीडियो के रूप में पक्का इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस है. लेकिन, केस मजबूत करने के लिए यह काफी नहीं है. दिल्ली पुलिस को मौका-ए-वारदात से फिंगर प्रिंट, चश्मदीद गवाह जैसे और मजबूत एविडेंस इक्कठा करने होंगे.
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