नई दिल्ली | यदि सब कुछ ठीक- ठाक रहा तो दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेसवे (Delhi Dehradun Expressway) पर जुलाई से आवागमन शुरू हो जाएगा. इसका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. जानकारी के मुताबिक, 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है. बाकी बचा काम जून तक पूरा हो जाएगा. दिल्ली के अक्षरधाम से शुरू होकर 6 लेन का यह एक्सप्रेस वे शास्त्री पार्क, खजूरी खास, मंडोला बागपत, खेकड़ा में ईपीई इंटरचेंज, शामली, सहारनपुर होकर देहरादून तक जाएगा. रास्ते में यह उत्तराखंड के कुछ शहरों से होकर गुजरेगा.
इतनी आएगी लागत
12,000 करोड रुपए की लागत से तैयार हो रहे दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेस हाईवे के निर्माण का काम 4 चरणों में किया जा रहा है. पहले चरण के तहत, अक्षरधाम से लेकर बागपत के मवीकला तक शामिल किया गया है. यह अभी निर्माणाधीन है. दूसरे चरण में बागपत से सहारनपुर तक के रूट को लिया गया है, जिसका 60 फीसदी काम पूरा हो चुका है.
तीसरे चरण की यदि बात करें तो वह सहारनपुर से गणेशपुर तक है. इसका निर्माण कार्य अंतिम चरण में है. वहीं, चौथे चरण के रूप में गणेशपुर से आशारोड़ी तक को शामिल किया गया है, जिसका लगभग काम पूरा हो चुका है.
दिल्ली- देहरादून की दूरी होगी कम
यह एक्सप्रेसवे बन जाने के बाद यात्रियों को लगने वाले समय में बचत होगी, क्योंकि फिलहाल दिल्ली से देहरादून जाने में 6:30 घंटे लगते हैं, लेकिन इस एक्सप्रेसवे के चालू हो जाने के बाद यह दूरी मात्र ढाई घंटे में तय की जा सकेगी. दिल्ली- देहरादून एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा इसी साल जुलाई में शुरू होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं.
पूरा एक्सप्रेस वे 2025 में बनकर तैयार हो जाएगा. यहां एशिया का सबसे बड़ा वाइल्डलाइफ एलिवेटेड कॉरिडोर भी बनाया जाएगा. इसका ज्यादातर हिस्सा राजाजी नेशनल पार्क की सीमा से होकर गुजरेगा. जंगली जानवरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बरसाती नदी पर 12 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर को बनाया जा रहा है.
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