खुशखबरी: पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आएगी और गिरावट, OPEC देशों का कच्चे तेल पर नया फैसला

नई दिल्ली | पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतों से आमजन को फिर राहत मिलने की संभावना बढ़ गई है. दरअसल तेल निर्यातक देशों के संगठन (OPEC) और रूस समेत सहयोगी देशों ने जुलाई और अगस्त में कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाकर 6,48,000 बैरल प्रतिदिन करने का फैसला लिया है. इस कदम से उर्जा की बढ़ती कीमतों और फलस्वरूप महंगाई के उच्च स्तर से प्रभावित वैश्विक अर्थव्यवस्था को कुछ राहत पहुंचेगी.

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Petrol Diesel Price 1

योजना के विपरीत उत्पादन में तेजी से बढ़ोतरी का फैसला ऐसे समय लिया गया है जब कच्चे तेल के दाम में वृद्धि के कारण अमेरिका में पेट्रोल की कीमत रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है. ऐसी आशंका है कि ऊर्जा के ऊंचे दाम से महामारी से उबर रही वैश्विक अर्थव्यवस्था में पुनरुद्धार की गति धीमी पड़ेगी. अमेरिका में कच्चे तेल की कीमत में इस साल की शुरुआत से अबतक 54 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

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भारत में कैसे सस्ते हो सकते हैं पेट्रोल- डीजल के दाम

OPEC देशों के फैसले से विश्व में कच्चे तेल की सप्लाई बढ़ेगी और इसका असर क्रूड ऑयल की कीमतें कम होने के रूप में सामने आएगा. कच्चा तेल सस्ता होगा तो निश्चित तौर पर भारत समेत कई देशों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में गिरावट दर्ज होगी. भारत की क्रूड बास्केट के दाम में कटौती आने से देश में फ्यूल सस्ता होगा.

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कितना होगा जुलाई-अगस्त से क्रूड प्रोडक्शन

OPEC और सहयोगी देशों का फैसला कोरोना महामारी के दौरान की गयी कटौती को तेजी से बहाल करने में मददगार होगा. OPEC ग्रुप 2020 से उत्पादन में कटौती को धीरे-धीरे बहाल करने के लिये हर महीने प्रति दिन 4,32,000 बैरल का उत्पादन कर रहा था. इसे बढ़ाकर 6,48,000 बैरल प्रतिदिन करने का फैसला ले लिया गया है.

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