नई दिल्ली | लोकसभा चुनावों से ठीक पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लोगों को 2 नए मेट्रो कॉरिडोर की सौगात मिली है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में PHASE- 4 के इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ और लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर को मंजूरी दी गई है. इस विस्तार से मेट्रो दिल्ली के गणी आबादी वाले इलाकों तक पहुंचेगी, जिसका सीधा फायदा लाखों लोगों को मिलेगा.
20 किलोमीटर के इस कॉरिडोर के निर्माण से पश्चिमी दिल्ली से नई दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली के कई कॉलोनियों की मेट्रो से सीधे कनेक्टविटी बढ़ेगी. यहां कुल 18 स्टेशन होंगे. इसके निर्माण पर कुल 8,399 करोड़ रुपये की लागत आएगी. अब सिर्फ नरेला- रिठाला से कुंडली तक जाने वाले कॉरिडोर की मंजूरी बची हुई है.
रेलवे स्टेशन और LNJP अस्पताल की दूरी होगी कम
इंद्रप्रस्थ से इंद्रलोक बेहद अहम कॉरिडोर है. यह मौजूदा ग्रीन लाइन (बहादुरगढ़ से इंद्रलोक/ कीर्ति नगर) की विस्तार लाइन है. 12 km के इस कॉरिडोर पर दस मेट्रो स्टेशन होंगे. इसके बनने से पश्चिम दिल्ली से नई दिल्ली के इलाके जैसे दिल्ली गेट, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, LNJP अस्पताल तक पहुंच आसान हो जाएगी.
ऐसे मिलेगा फायदा
वर्तमान में अगर कोई ग्रीन लाइन के जरिये पीरागढ़ी से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन आना चाहता है तो पहले उसे कीर्ति नगर आना पड़ता है और वहां से वाया ब्लू लाइन मेट्रो से राजीव चौक आना पड़ता है. फिर मेट्रो बदलकर येलो लाइन (गुरुग्राम से समयपुर बादली) पर सफर करके नई दिल्ली पहुंचना होता है.
मगर, इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर बनने के बाद वह पीरागढ़ी से सीधे नई दिल्ली तक सफर कर सकेगा. इससे उसके समय की बचत होगी. इसी तरह सदर बाजार में शॉपिंग करने वालों के अलावा सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन से भी कनेक्टविटी बढ़ेगी. वह दिल्ली सचिवालय भी पहुंच सकता है.
दक्षिण दिल्ली के इलाके जुड़ेंगे
दक्षिणी दिल्ली में मेट्रो का बड़ा नेटवर्क है. दिल्ली की सभी अहम लाइन दक्षिणी दिल्ली के किसी न किसी इलाके से होकर निकलती हैं. इसके बाद, एंड्रयूज गंज, जीके 1, पुष्पा भवन, साकेत डिस्ट्रिक्ट सेंटर, पुष्प विहार और साकेत जी ब्लॉक की कई कॉलोनियां सीधे मेट्रो नेटवर्क से नहीं जुड़ी थी.
मेट्रो की किसी भी लाइन येलो, मजेंटा या फिर भविष्य में बनने वाली सिल्वर लाइन तक पहुंचने के लिए लंबा सफर करना पड़ता था. मगर, इस कॉरिडोर के बनने से ये इलाके भी सीधे मेट्रो नेटवर्क से जुड़ जाएंगे. यह कॉरिडोर वर्तमान में वायलेट लाइन (कश्मीरी गेट फरीदाबाद कॉरिडोर ) का विस्तार लाइन होगी. 8 km की दूरी पर कुल 8 मेट्रो स्टेशन होंगे.
DMRC ने शुरू की प्रक्रिया
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इन दोनों लाइनों पर काम जल्द से जल्द शुरू करने के लिए प्री-बिड एक्टिविटीज और टेंडर डॉक्यूमेंट्स तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसके तहत, मेट्रो लाइन के रास्ते में आने वाली पाइपलाइन और वायरिंग आदि को शिफ्ट करने के लिए जरूरी सर्वेक्षण होगा. इसमें विभिन्न एजेंसियों से निर्माण के लिए जरूरी मंजूरी लेने की प्रोसेस भी शामिल हैं.
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