नई दिल्ली | राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) की अरविंद केजरीवाल सरकार परिवहन व्यवस्था मजबूत करने की दिशा में निरंतर प्रयासरत हैं. इसी कड़ी में सरकार की महत्वाकांक्षी प्रीमियम बस योजना की लांचिंग की तैयारी हो रही है. इसी महीने के आखिर तक या फिर 15 अगस्त के आसपास प्रीमियम बसें दिल्ली की सड़कों पर दौड़ती हुई नजर आएंगी.
2 कंपनियां करेगी संचालन
दिल्ली परिवहन विभाग दो कंपनियों, उबर और आवेग को प्रीमियम बसों के संचालन के लिए लाइसेंस भी दे चुका है. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने इसी हफ्ते दोनों एग्रीगेटर्स की एक अहम बैठक बुलाई है, जिसमें बसों के रूट और उनका किराया तय करने की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा.
प्रीमियम बस योजना की डिटेल्स
दिल्ली सरकार ने प्रीमियम बस योजना के तहत लाइसेंस लेने वाले एग्रीगेटर्स के लिए तय की गई शर्तों में से एक प्रमुख शर्त यह भी रखी है कि जिस भी कंपनी/ एग्रीगेटर को लाइसेंस मिलेगा, उसे कम से कम से कम 25 बसों का फ्लीट संचालित करना होगा. ऐसे में दोनों कंपनियां उबर और आवेग कम से कम 25- 25 बसों के साथ प्रीमियम बसों के पहले बेड़े को सड़कों पर उतार सकती हैं.
योजना की शर्तों के अनुसार, बसों का रूट और किराया भी मार्केट की डिमांड के आधार पर ऑपरेटरों को खुद ही तय करना है और परिवहन विभाग को इस बारे में पहले से जानकारी देनी होगी. किराए की अधिकतम सीमा कितनी हो, इस बारे में परिवहन विभाग एग्रीगेटर्स को कुछ सुझाव दे सकता है, लेकिन किराया डीटीसी की एसी बस के किराए से कम नहीं होना चाहिए.
भीड़- भाड़ से मिलेगा छुटकारा
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि आरामदायक और किफायती दर पर सफर के लिए जल्द ही राजधानी की सड़कों पर प्रीमियम बसों का संचालन शुरू हो रहा है. ऑफिस आवागमन करने वालों के लिए प्रीमियम बसें एक बेहतर विकल्प साबित होगी. इन बसों में भीड़- भाड़ का सामना नहीं करना पड़ेगा और न ही इन बसों का ठहराव प्रत्येक स्टॉपेज पर होगा. लोग अपने निजी वाहनों को छोड़कर पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर करने के लिए प्रेरित होंगे.
इन खूबियों से लैस होंगी प्रीमियम बसें
- एसी, CCTV कैमरा, जीपीएस सिस्टम, WiFi, अनाउंसमेंट सिस्टम.
- सभी यात्रियों को सीट मिलेगी.
- टिकट ऐप के जरिए बुक होगी और किराए का भुगतान भी डिजिटल माध्यम से करना होगा.
- सीट फुल होते ही बुकिंग अपने- आप बंद हो जाएगी.
- ऐप के जरिए मनपसंद सीट बुक करने की सुविधा मिलेगी.
- उन्हीं स्टॉपेज पर ठहराव होगा, जहां से यात्रियों ने बस में सवार होने के लिए बुकिंग की है.
- बस का किराया डायनैमिक होगा, यानि जैसे- जैसे सीटें भरती जाएंगी, किराया भी थोड़ा बढ़ता जाएगा.
- यात्रियों को पिक करने के बाद बसें उन्हें उनकी डेस्टिनेशन पर ही छोड़ेंगी.
- जनवरी 2025 के बाद इस स्कीम के तहत आने वाली नई बसें केवल इलेक्ट्रिक होंगी.