नई दिल्ली | देशभर के किसानों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. देश के किसानों को कीटनाशकों से बचाने के लिए पहले स्वदेशी किसान कवच को लांच कर दिया गया है. मंगलवार को नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने सूती कपड़े से बने इस कवच को लांच किया. इसे बनाने में एक ऐसे अणु का इस्तेमाल किया गया है, जो संपर्क में आते ही कीटनाशकों को निष्क्रिय करने में सक्षम है.
किसानों के लिए काफी फायदेमंद
मिली जानकारी के अनुसार, बेंगलुरु के स्टेम सेल बायोलॉजी, रीजेनरेटिव मेडिसिन संस्थान (इनस्टेम) और सेपियो हेल्थ प्रालि के वैज्ञानिकों ने मिलकर किसान कवच के लिए इस खास किस्म के कपड़े की खोज की है. इस कपड़े पर एक वैज्ञानिक अध्ययन भी हुआ है जिसे नेचर कम्युनिकेशंस जर्नल में प्रकाशित किया गया है.
10 चूहों पर अध्ययन
इस कपड़े का असर जानने के लिए वैज्ञानिकों ने 10 चूहों पर अध्ययन किया. इसमें पाया कि इसे पहनने से किसानों के लिए कीटनाशक से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम काफी कम हो सकता है. इसलिए वैज्ञानिकों ने इसे किसान कवच का नाम दिया है.
कीटनाशक छिड़काव करते समय मिलेगी सुरक्षा
शोधकर्ता डॉ. प्रवीण कुमार वेमुला ने बताया कि यह कपड़ा न्यूक्लियोफाइल अणु से बना हैं और कम से कम एक साल तक इसे धोकर उपयोग में ला सकते हैं. उन्होंने बताया कि किसान अक़्सर फसलों पर छिड़काव करते समय कीटनाशकों के संपर्क में आते हैं. इनमें ऐसे रसायन होते हैं, जिनके संपर्क में आने से इंसान को कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं.
इससे बुखार, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी, सांस लेने में समस्या, कंपन के अलावा कुछ मामलों में दृष्टि हानि भी हो सकती है. देश में हर साल करोड़ों किसानों के इससे प्रभावित होने का जोखिम रहता है. वर्तमान में किसानों को नुकसान पहुंचाने से पहले कीटनाशकों को बेअसर करने की कोई तकनीक उपलब्ध नहीं थी, लेकिन अब ये स्वदेशी किसान कवच बड़ा फायदेमंद साबित होगा.
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