नई दिल्ली | बढ़ती महंगाई से हर कोई परेशान है, लेकिन अब बहुत जल्द लोगों इससे थोड़ी राहत मिलने वाली है. दरअसल, खाद्य और उपभोक्ता मंत्रालय के साथ हुई बैठक के बाद खाद्य तेल प्रोसेसर और निर्माताओं ने तेल की कीमतों में कटौती करने पर सहमति जताई है. विदेशी मार्केट में खाने वाले तेल की कीमतों में गिरावट को देखते हुए घरेलू कीमतों में भी कटौती की जा सकती है. सरकार चाहती है कि, गिरी हुई कीमतों का लाभ घरेलू उपभोक्ताओं को मिले.
10 से 12 रुपये सस्ता हो सकता है तेल
सूत्रों के अनुसार, वैश्विक बाजार में आई कीमतों में नरमी के बाद तेल बनाने वाली कंपनियों ने घरेलू बाजार में खाद्य तेल की कीमतें कम करने पर सहमति जताई है, जिस कारण आने वाले दिनों में खाने वाले तेल की खुदरा कीमतों में 10-12 रुपये की गिरावट देखने को मिलेगी. हालांकि, इससे पहले भी तेल निर्माताओं ने कीमतों में कटौती की थी, लेकिन वैश्विक कीमतों में गिरावट के बाद मंत्रालय का मानना है कि, अभी भी कीमतों में कटौती की गुंजाइश है.
पिछले माह भी घटे थे दाम
पिछले माह जुलाई में खाद्य प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनी अडानी विल्मर (Adani Wilmar) ने खाने वाले तेल (Edible Oil) की कीमतों में 30 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी. इस कटौती के दौरान अडानी विल्मर ने कहा था कि, ”वैश्विक कीमतों में आई गिरावट को देखते हुए कम रेट पर उपभोक्ताओं तक खाद्य तेल को पहुंचाने के क्रम में कंपनी ये कटौती की है.”
क्यों बढ़ी थीं विदेशी बाजार में कीमतें
गौरतलब है कि, भारत खाना पकाने के तेल का दो-तिहाई हिस्सा आयात करता है, लेकिन कुछ महीनों से रूस-यूक्रेन युद्ध और इंडोनेशिया द्वारा पाम ऑयल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की वजह से खाने वाले तेल की कीमतों में इजाफा हुआ था. हालांकि, अब इंडोनेशिया ने पाम ऑयल के एक्सपोर्ट पर से प्रतिबंध हटा दिया है, जिस कारण वैश्विक बाजार में तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है.
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