नई दिल्ली | नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) यूजर्स के लिए एक नई गाइडलाइंस जारी की है. इसके मुताबिक, यदि कोई यूपीआई यूजर 1 साल तक अपने यूपीआई अकाउंट से किसी भी तरह का कोई ट्रांजेक्शन नहीं करता है तो उसकी यूपीआई आईडी बंद कर दी जाएगी.
इस तरीके से बच जाएगी आईडी
यदि इस दौरान कोई यूजर अपना अकाउंट बैलेंस भी चेक करता है तो उसकी आईडी बंद होने से बच जाएगी. ऐसे में यूपीआई का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को नए साल पर बड़ा झटका लग सकता है. सरकार की ओर से भी कुछ दिन पहले एक चेतावनी जारी की गई थी कि एक लापरवाही के चलते आपका यूपीआई अकाउंट और यूपीआई आईडी बंद हो सकती है. इस फैसले से अमेजनपे, Paytm, Phone Pay, Google Pay, मोबिक्विक जैसे एप्स के यूजर्स प्रभावित होंगे.
एनपीसीआई ने कहा है कि डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में ग्राहकों के लिए सुरक्षित लेनदेन अनुभव सुनिश्चित करने के लिए बैंकिंग प्रणाली के भीतर अपनी जानकारी की नियमित रूप से समीक्षा और सत्यापन करना आवश्यक है. यूजर्स खाते से लिंक अपने मोबाइल नंबर को तो बदल लेते हैं लेकिन उस नंबर से जुड़े यूपीआई अकाउंट को बंद नहीं करते हैं.
इस वजह से लिया गया फैसला
TRAI के आदेश के मुताबिक, टेलीकॉम कंपनियां डीएक्टिवेटेड सिमकार्ड को 90 दिन बाद दूसरे यूजर को जारी कर सकती हैं. यानि अगर कोई व्यक्ति एक नंबर को 90 दिन तक इस्तेमाल नहीं करता तो ये फिर दूसरे व्यक्ति को मिल जाएगा. परेशानी तब है जब वही नंबर बैंक के साथ भी जुड़ा हो और यूजर ने अपना नया नंबर बैंक अकाउंट के साथ अपडेट न किया हो.
इससे होगा ये कि जिस भी व्यक्ति को वो नंबर मिलेगा वो उसकी मदद से UPI ऐप्स को एक्टिवेट कर लेगा क्योकि वही नंबर बैंक के साथ लगा हुआ है. इस परेशानी से लोगों को बचाने के लिए NPCI ने UPI ऐप्स को पिछले एक साल से इनएक्टिव पड़े सभी अकाउंट्स को बंद करने के निर्देश दिये हैं.
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