नई दिल्ली | दक्षिण दिल्ली में रहने वाले लोगों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है. इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों को राजस्थान या उस साइड जाने वाली ट्रेनों को पकड़ने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक भागदौड़ करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. बता दें कि भारतीय रेलवे (Indian Railways) द्वारा अमृत भारत योजना के तहत दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन को पुनर्विकसित किया जा रहा है.
335 करोड़ रूपए होंगे खर्च
बता दें कि राजस्थान और उस साइड जाने वाली ट्रेनें दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन से होकर गुजरती है. चूंकि, यह स्टेशन विकसित नहीं हैं तो यहां वंदे भारत ट्रेन को छोड़कर बाकी ट्रेनें ठहराव नहीं करती है. इसीलिए लोगों को 20 किलोमीटर की दूरी तय कर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आना पड़ता है.
लोगों को इसी परेशानी से निजात दिलाने के लिए रेलवे ने दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन को पुनर्विकसित करने का फैसला लिया है. इसपर करीब 335 करोड़ रूपए की लागत राशि खर्च होगी. इस स्टेशन के पुनर्विकसित होने से दक्षिण दिल्ली के लोगों को घर के नजदीक ही ट्रेन की सुविधा उपलब्ध होगी. इससे उनके समय और पैसे दोनों की बचत होगी.
रेलवे मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन को पुनर्विकसित करने का काम लगभग ढाई साल में पूरा कर लिया जाएगा. ये कार्य पूरा होने पर यहां ज्यादा ट्रेनें ठहराव करेगी, जिससे यहां बड़ी संख्या में यात्री पहुंचेंगे. इसे देखते हुए मल्टीस्टोरी पार्किंग का निर्माण भी किया जाएगा.
ये होंगे बदलाव
एयरपोर्ट की तर्ज पर प्रवेश और निकास के लिए अलग- अलग रास्ते होंगे. लोगों के आवागमन को आसान बनाने के लिए मल्टीलेवल पार्किंग और कॉनकोर्स को जोड़ा जाएगा. मायापुरी की तरफ से आने वाले वाले स्टेशन में दक्षिण और उत्तर दिशा से कॉनकोर्स में आ सकेंगे.
प्रतीक्षा रूम और फूड कोर्ट की मिलेगी सुविधा
स्टेशन के दोनों ओर (मायापुरी और कैंटोनमेंट) के भवनों को जोड़ने के लिए 40 मीटर का कॉनकोर्स बनाया जाएगा. यहां प्रतीक्षा रूम और फूड कोर्ट की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी ताकि यात्रियों को ट्रेन का इंतजार करने में परेशानी न हो. इसके अलावा रेलवे स्टेशन, मेट्रो और बस स्टैंड तीनों को आपस में कनेक्टिविटी दी जाएगी.
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे! हरियाणा की ताज़ा खबरों के लिए अभी हमारे हरियाणा ताज़ा खबर व्हात्सप्प ग्रुप में जुड़े!