नई दिल्ली | Indian Railway अमृत भारत स्टेशन योजना लेकर आई है. जिसके तहत, 1 हजार से अधिक छोटे महत्वपूर्ण स्टेशनों का अपग्रेडेशन और नवीनीकरण करने का फैसला लिया गया है. इस नई योजना के तहत, प्रत्येक स्टेशन पर 10 से 20 करोड़ रुपए का निवेश होगा और काम पूरा करने का लक्ष्य अधिकतम डेढ़ साल रखा गया है. ओड़िशा के खुर्दा जंक्शन से इस योजना की शुरुआत हो चुकी है और इस स्टेशन पर किए गए नवीनीकरण ने लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया है.
इस योजना के तहत, 68 मंडलों में से प्रत्येक के 15 स्टेशनों की तस्वीरें बदली जाएगी. यह योजना वर्तमान में चल रहे स्टेशन पुनर्विकास कार्यक्रम के तहत 200 बड़े स्टेशनों के नवीनीकरण की रेलवे की महत्वाकांक्षी योजना के अतिरिक्त है. इस योजना का उद्देश्य रेलवे स्टेशनों के लिए मास्टर प्लान तैयार करना और सुविधाओं को बढ़ाने के लिए चरणों में मास्टर प्लान को लागू करना है.
विभिन्न ग्रेड/प्रकार के प्रतीक्षालय को क्लब करने का प्रयास किया जाएगा और जहां तक संभव हो अच्छा कैफेटेरिया/खुदरा सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. सभी श्रेणियों के स्टेशनों पर उच्च स्तरीय प्लेटफॉर्म (760-840 मील मीटर) उपलब्ध कराए जाएंगे. वहीं, सड़क मार्ग का चौड़ीकरण, सुनियोजित पार्किंग व्यवस्था, उचित प्रकाश व्यवस्था, समर्पित पैदल मार्ग जैसी सुविधाएं सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के लिए स्टेशन के दृष्टिकोण में सुधार किया जाएगा.
ये है मकसद
- मंडल रेल प्रबंधकों के साथ एक विशेष कोष भी निर्धारित किया जाएगा.
- इस योजना के अन्तर्गत स्टेशनों पर रूफ प्लाजा और सिटी सेंटर बनाने का लक्ष्य है.
ऐसे होगा रेनोवेशन
- योजना में नए भवनों के निर्माण से आम तौर पर बचा जाएगा, हालांकि इस पर अंतिम फैसला लेने का अधिकार डीआरएम को होगा.
- योजना के अनुसार, स्टेशन के उपयोगकर्ताओं के लिए एक सुखद अनुभव बनाने के लिए भूनिर्माण, हरे पैच और स्थानीय कला और संस्कृति का उपयोग किया जाएगा. यह काम उपयुक्त पेशेवरों की मदद से किया जाएगा.
- स्टेशन के पास दूसरा प्रवेश स्टेशन भवन और 600 मीटर की लंबाई के साथ उच्च स्तरीय प्लेटफार्म भी होना चाहिए.
- इन स्टेशनों के आधुनिकीकरण में सड़कों को चौड़ा करने, अवांछित संरचनाओं को हटाने, उचित रूप से डिजाइन किए गए साइनेज, समर्पित पैदल मार्ग, अच्छी तरह से नियोजित पार्किंग क्षेत्र और बेहतर लाइट की व्यवस्था सुनिश्चित करना शामिल होगा.