नए बजट में वंदे भारत टू ट्रेन की मिली सौगात, आम बजट में बनाई गई योजना के तहत होगा काम

दिल्ली । आत्मनिर्भर भारत की तरफ अग्रसर देश को एक बार फिर वंदे भारत टू ट्रेन की सौगात मिलने जा रही है. वंदे भारत टू ट्रेन का डिजाइन पूरा किया जा चुका है. और गर्व की बात तो यह है कि इस ट्रेन को भारत में ही बनाया गया है. फिलहाल के लिए ट्रेन की मैन्युफैक्चरिंग चल रही है. सूत्रों के मुताबिक इस ट्रेन की टेस्टिंग इस साल के अप्रैल माह से शुरू कर दी जाएगी. और लगभग सितंबर से यह है पटरियों पर उतार दी जाएगी. इस सूचना की जानकारी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट पेश करते हुए दी.

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योजना का मिलेगा यात्रियों को फायदा

निर्मला सीतारमण ने बताया कि अगले साल तक 88 वंदेभारत ट्रेनें नई पटरी पर उतारने की योजना बनाई जा रही है. इस योजना के तहत हरियाणा, दिल्ली, पंजाब और जम्मू कश्मीर को फायदा मिल सकेगा. बताया जा रहा है कि, नई दिल्ली से चंडीगढ़, नई दिल्ली से अमृतसर और नई दिल्ली से ही कटरा के बीच वंदेभारत की लाइन जोड़ी जा सकती है. और अभी के समय में नई दिल्ली से कटरा के बीच एक वंदेभारत एक्सप्रेस चल रही है. जिससे यात्रियों को काफी लाभ पहुंचा है. इसी को देखते हुए, कुछ अन्य ट्रेनों का भी रूट पटरियों पर लाया जा सकता है.

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वाराणसी के बीच चली थी देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदेभारत एक्सप्रेस

जानकारी के लिए बता दें कि, देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदेभारत एक्सप्रेस नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चली थी. और बाद में इन्हीं ट्रेनों को नई दिल्ली से कटरा के बीच जोड़ा गया. यह ट्रेन चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में बनाई गई थी. और अगस्त तक 75 ट्रेनें बनाई जा सकती है. आम बजट के अंतर्गत कुछ नई ट्रेनों का निर्माण किया जाएगा.

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नए प्रोजेक्ट पर किया जाएगा काम

देशभर में 58 सुपरक्रिटिकल और 68 क्रिटिकल प्रोजेक्ट ऐसे भी हैं. जिन्हें मार्च 2024 तक पूरा लिया जाएगा. इस बजट के तहत 189 नई रेल लाइन तथा 1471 किलोमीटर डबल लाइन बिछाई जाएगी. तथा ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए 23,800 किलोमीटर तक विद्युतीकरण दिसंबर 2023 तक पूरा कर लिया जाएगा. मालगाडि़यों में डेडिकेटेड रेल फ्रेट कारिडोर भी बनाया जाएगा, जिसके बाद सवारी ट्रेनों की संख्या में इजाफा हो सकेगा.

लुधियाना से कोलकाता तक रेल फ्रेट कारिडोर का काम चालू है. दिल्ली, चंडीगढ़, मुंबई जैसे कई शहरों को हाई स्पीड रेल कारिडोर से जोड़ा जा जाएगा. छह हाई स्पीड रेल कारिडोर को हरी झंडी भी मिल चुकी है. दिल्ली, जयपुर, ऊधमपुर, अहमदाबाद के बीच 886 किलोमीटर, मुंबई, नासिक, नागपुर के बीच 753 किलोमीटर, मुंबई, पूना, अहमदाबाद के बीच 711 किलोमीटर, चेन्नई, बेंगलुरु, मैसूर के बीच 435 किलोमीटर तथा दिल्ली, चंडीगढ़, लुधियाना, अमृतसर के बीच 459 किलोमीटर के हाई स्पीड रेल कारिडोर शामिल किए गए हैं. और मुंबई और अहमदाबाद कारिडोर पर निर्माण कार्य चालू है. जिसके पूरा होने की संभावना साल 2023 तक की है.

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नई योजना के तहत कारोबारियों को होगा लाभ

आने वाले समय में वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना को भी शुरू कर दिया जाएगा. अंबाला और पानीपत स्टेशनों से पार्सल ट्रेन चलाई जाएगी, जिसका फायदा अंबाला की साइंस इंडस्ट्री और पानीपत का हौजरी उत्पादन के कारोबारियों को मिलेगा. उद्योग जगत के लिए यह एक राहत वाली बात होगी.

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