नई दिल्ली | स्टार पहलवान विनेश फोगाट ने बुधवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया. फोगाट के साथ देश के कई स्टार पहलवान नई दिल्ली के जंतर- मंतर पर डब्ल्यूएफआई बॉस और खेल निकाय के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
विनेश फोगाट ने यह भी आरोप लगाया कि बृजभूषण ने उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया. विनेश ने यहां तक कहा है कि उन्होंने आत्महत्या करने के बारे में भी सोचा था. एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता ने कहा कि अतीत में भी यौन उत्पीड़न के खिलाफ बोलने के लिए उन्हें चुप करा दिया गया था.
31 पहलवानों ने दिया धरना
आपको बता दें कि इस मामले में ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया समेत 31 पहलवानों ने नई दिल्ली के जंतर- मंतर पर धरना दिया. इस दौरान विनेश प्रेस से बात करते हुए रो पड़ीं. पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई प्रशासन में बदलाव की मांग की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय खेल प्राधिकरण से बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की.
विनेश का कहना है कि प्रताड़ना की शिकायत प्रधानमंत्री से करने के बाद उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है. इससे पहले, टोक्यो ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पुनिया ने आरोप लगाया था कि बृजभूषण शरण सिंह पहलवानों को थप्पड़ मारते थे और उनके साथ अक्सर बदसलूकी करते थे.
कौन हैं बृजभूषण शरण सिंह
बृज भूषण शरण सिंह 2011 से रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के प्रभारी हैं. 66 वर्षीय को 2019 में तीन साल के कार्यकाल के लिए तीसरी बार WFI अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुना गया था. बृजभूषण शरण सिंह उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद (सांसद) भी हैं.
बृजभूषण लगातार छह बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं और अपनी बेबाक बयानबाजी के लिए भी जाने जाते हैं. हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब बृजभूषण सिंह विवादों में आए हैं. कहा जाता है कि उनके करियर की शुरुआत विवादों से हुई थी और अब वे कुश्ती संघ के अध्यक्ष होने के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं में शुमार हैं. 2021 में उन्होनें एक पहलवान को थप्पड़ जड़ा था.
अपने ऊपर लगे आरोपों पर बृजभूषण शरण सिंह का कहना है कि क्या कोई खिलाड़ी आकर कह सकता है कि कुश्ती संघ ने उसका शोषण किया है. यौन शोषण की कोई घटना नहीं हुई है. अगर ऐसा कुछ हुआ है तो वह फांसी लगा लेंगे.
खेल मंत्रालय ने WFI से मांगा जवाब
खेल मंत्रालय ने महासंघ के कामकाज में कुप्रबंधन के आरोपों पर डब्ल्यूएफआई से स्पष्टीकरण मांगा है और उसे अपने खिलाफ लगे आरोपों पर अगले 72 घंटों के भीतर जवाब देने का निर्देश दिया है. डब्ल्यूएफआई को भेजे अपने संदेश में मंत्रालय ने कहा है कि चूंकि मामला एथलीटों के कल्याण से जुड़ा है इसलिए मंत्रालय ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है.
मंत्रालय ने आगे कहा है कि अगर डब्ल्यूएफआई अगले 72 घंटों के भीतर जवाब देने में विफल रहता है तो मंत्रालय राष्ट्रीय खेल विकास संहिता 2011 के प्रावधानों के अनुसार, महासंघ के खिलाफ कार्रवाई शुरू करेगा. साथ ही, लखनऊ में भारतीय खेल प्राधिकरण के राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (NCOE) में 18 जनवरी 2023 से शुरू होने वाला महिला राष्ट्रीय कुश्ती प्रशिक्षण शिविर जिसमें 41 पहलवान और 13 कोच और सहायक कर्मचारी शामिल थे, रद्द कर दिया गया है.
दीपेंद्र हुड्डा ने दिया समर्थन
खिलाड़ियों के समर्थन में दीपेंद्र हुड्डा ने बयान दिया है. खिलाड़ियों के आरोपों पर कार्रवाई की मांग की. कुश्ती संघ पर कार्रवाई की जाए. कहा कि देश के कानून के हिसाब से कार्रवाई हो. कुश्ती संघ को भंग किया जाना चाहिए. मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए. कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाना चाहिए. यह खेल जगत में काला अध्याय और काला दिवस है. कार्रवाई नहीं हुई तो बच्चों को भेजने में परिजन डरेंगे.
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