नई दिल्ली । पूर्व भारतीय कप्तान विराट कोहली 4 मार्च को अपना 100वां टेस्ट मैच खेलने के लिए तैयार हैं. जब भारत मोहाली में पहले टेस्ट में श्रीलंका से भिड़ेगा तो वह 100वीं पारी का आगाज कर रहे होंगे. बता दें कि 2011 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले कोहली इस मुकाम तक पहुंचने वाले 12वें भारतीय बन गए हैं. तो आइए जानते हैं उनकी सर्वश्रेष्ठ पारियों के बारे में.
कोहली ने अपने करियर के पहले कुछ वर्षों में खुद को एक शानदार सफेद गेंद के बल्लेबाज के रूप में स्थापित किया था. हालाँकि, उन्हें टेस्ट क्रिकेट में अपनी काबिलियत पर मुहर लगाना बाकी था. कोहली के लिए सुनहरा पल आया जब भारत मुश्किल में था. वे 2011/12 टेस्ट सीरीज़ डाउन अंडर में 0-3 थे.
2014 में, कोहली इंग्लैंड के विनाशकारी दौरे से परेशान थे, जहां उनका औसत सिर्फ 13.50 (10 टेस्ट पारी) था. अपने हैप्पी हंटिंग ग्राउंड (एडिलेड) में पहले टेस्ट में, कोहली ने मिशेल जॉनसन, रेयान हैरिस और नाथन लियोन का सामना करते हुए जुड़वां शतक (115, 141) को तोड़ा.
गेंदबाजों पर राज करने के बावजूद, कोहली टेस्ट क्रिकेट में डैडी शतकों से रहित थे. उन्होंने अंततः 2016 में बंधनों को तोड़ दिया. कोहली एकमात्र भारतीय कप्तान हैं जिन्होंने घर से दूर एक टेस्ट डबल-टन दर्ज किया है इससे पहले उच्चतम स्कोर मोहम्मद अजहरुद्दीन, ऑकलैंड द्वारा 192 है.
वेस्टइंडीज के खिलाफ 200 रन की पारी के बाद कोहली अजेय रहे.= पांच साल बाद, उनके पास कुल सात टेस्ट, दोहरे शतक हैं, जो किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा सबसे अधिक है.कोहली सूची में केवल डोनाल्ड ब्रैडमैन (12), कुमार संगकारा (11) और ब्रायन लारा (9) से पीछे हैं.
कोहली ने 2014 के इंग्लैंड दौरे पर पांच टेस्ट मैचों में सिर्फ 134 रन बनाए थे. चार साल बाद, उन्होंने अकेले एजबेस्टन टेस्ट (पहले टेस्ट) की पहली पारी में 149 रन बनाकर क्रिकेट बिरादरी को चौंका दिया. कोहली ने पांच मैचों की श्रृंखला 593 रन, सबसे अधिक के साथ समाप्त की.
विराट कोहली को तब ओर ज्यादा प्रसिद्धि मिली जब उन्होंने डे नाइट टेस्ट में पहला शतक जमाया और पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए. नवंबर 2019 में, कोहली डे/नाइट टेस्ट में शतक बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बने. उन्होंने ईडन गार्डन्स टेस्ट में बांग्लादेश के खिलाफ 136 रनों की पारी खेली थी. गुलाबी गेंद के टेस्ट में अब तक किसी अन्य भारतीय ने शतक नहीं बनाया है.बतौर कप्तान यह कोहली का 20वां टेस्ट शतक था.
2014 में भारत की टेस्ट टीम की कमान संभालने के बाद कोहली का टेस्ट करियर फला-फूला.लगभग पांच साल बाद, उन्होंने एमएस धोनी को पीछे छोड़ते हुए भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान बन गए. भारत ने 2019 में दूसरे टेस्ट में वेस्टइंडीज को हराने के बाद कप्तान के रूप में अपना 28 वां टेस्ट जीता.
आपकी जानकारी के लिए बता दिया जाए कि विराट कोहली एक अच्छे खिलाड़ी के रूप में जरूर उभरे हैं और वह रन बनाने के मामले में किसी से कम नहीं है, मगर वह अभी तक भारत को एक भी ट्रॉफी नहीं दिला पाए हैं. जिस वजह से वह अक्सर निशाने पर रहते थे. हालांकि सबसे ज्यादा मैच जिताने के मामले में भी विराट कोहली सबसे अव्वल है. कोहली के रहते हुए भारत ने कई श्रृंखलाएं जीती हैं और कई सालों के पुराने रिकार्ड भी तोड़े हैं.मगर कप्तानी के समय में विराट कोहली ने एक भी ट्रॉफी नहीं जीती, अगर बात करें उनके आईपीएल करियर की तो आईपीएल में भी विराट कोहली ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है.मगर विराट कोहली आईपीएल में भी रोयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कप्तान रहते हुए आज तक एक भी ट्रॉफी नहीं लाए हैं जिस वजह से आईपीएल में भी वह फैन्स के निशाने पर रहने लगे थे. यही नतीजा था कि आईपीएल से भी उनकी कप्तानी छूट गई है, और ना वह टीम इंडिया के कप्तान रहे और ना ही अब आईपीएल के कप्तान हैं. साथ ही ट्रॉफी नहीं लाना उनके करियर का एक काला धब्बा साबित हो चुका है.
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