Qutub Minar Ki Lambai Kitni Hai- क़ुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है? जाने

Qutub Minar Ki Lambai Kitni Hai | क़ुतुब मीनार की लम्बाई 237.86 फीट (72.5 मीटर) है. क़ुतुब मीनार का व्यास 14.3 मीटर है जो मीनार के उपरी हिस्से में जाकर 2.75 मीटर हो जाती है. आज के इस लेख में हम क़ुतुब मीनार के इत्तिहास के बारे में जानेंगे. भारत की राजधानी दिल्ली में स्तिथ क़ुतुब मीनार ईंटो से बनी विश्व की सबसे ऊँची मीनार है. क़ुतुब मीनार दिल्ली शहर के महरौली भाग में स्तिथ है. यूनेस्को द्वारा क़ुतुब परिसर को विश्व धरोहर के रूप में स्वीकृत किया है.

Qutub Minar Ki Lambai

क़ुतुब मीनार देश की राजधानी दिल्ली में स्तिथ है. क़ुतुब मीनार को ईंटो से बनाया गया है. कुतुबमीनार के बारे में सम्पूर्ण जानकारी के लिए आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़े.

क़ुतुब मीनार का इतिहास- Kutub Minar History

दिल्ली के महरौली एरिया में स्तिथ क़ुतुब मीनार का निर्माण दिल्ली के पहले मुस्लिम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने शुरू करवाया था. इसका निर्माण सन् 1193 में शुरू हुआ था परन्तु कुतुबुद्दीन ऐबक इसका आधार ही बनवा पाया. उसके बाद दिल्ली के पहले मुस्लिम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक की 14 नवम्बर 1210 को मृत्यु हो गयी.

कुतुबमीनार में आगे का काम कुतुबुद्दीन ऐबक के दामाद इल्तुतमिश ने करवाया. इल्तुतमिश ने क़ुतुब मीनार में तीन मंजिलो का काम करवाया. इसके बाद बामियान अभियान में आक्रमण पर जाते समय इल्तुतमिश बीमार हो गये व बीमारी के चलते 30 अप्रैल 1236 को कुतुबुद्दीन ऐबक के दामाद इल्तुतमिश की मृत्यु हो गयी.

कुछ समय बीत जाने के बाद एक दिन क़ुतुब मीनार में आग लग गयी. इसके बाद क़ुतुब मीनार में आगे का काम फ़िरोज़शाह तुगलक ने करवाया. फ़िरोज़शाह तुगलक ने 1368 में क़ुतुब मीनार में पांचवी व अंतिम मंजिल को बनवाया व मीनार को दुरुस्त करवाया.

इस तरह तीन चरणों में क़ुतुब मीनार को बनवाने का काम पूरा हुआ. जानकारी के लिए बता दे कि क़ुतुब मीनार में लाल बलुआ पत्थर का इस्तेमाल किया गया है. बताया जाता है कि क़ुतुब मीनार का निर्माण नमाज अदा करने की पुकार के लिए बनाया गया था.

मीनार क्या होती है- Minar in Hindi

“Minar” शब्द अरबी भाषा से उत्पन्न हुआ है जिसका अर्थ “दीपगृह” होता है. मीनार एक ऊँचा स्तम्भनुमा स्थापत्य होता है. मीनार अधिकतर बेलनाकार, ऊँचा और ऊपर प्याजनुमा मुकुट के जैसा सजा होता है. ज्यादातर देखा जाए तो मीनार मस्जिदों के साथ लगे हुए पाए जाते है.

क़ुतुब मीनार किसने बनवाया- Qutub Minar Kisne Banwaya

“Kutub Minar Kisne Banwaya” यह सवाल सभी लोगो के मन में जरुर आता होगा क्योकि क़ुतुब मीनार भारत ही नही बल्कि विश्व की ईंटो से बनी सबसे ऊँची मीनार है. क़ुतुब मीनार दिल्ली के पहले मुस्लिम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने बनवाया था. लेकिन, इसको इल्तुतमिश ने पूरा करवाया था. इसके बाद मीनार में आग लग गयी थी जिसको फिरोजशाह तुगलक ने दुरुस्त करवाया था.

Qutub Minar Ki Lambai Kitni Hai- क़ुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है

क़ुतुब मीनार की लम्बाई 237.86 फीट (72.5 मीटर) है. साथ ही, क़ुतुब मीनार का व्यास 14.3 मीटर है जो मीनार के उपरी हिस्से में जाकर 2.75 मीटर हो जाती है. आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि क़ुतुब मीनार में 379 सीढ़िया भी है. मीनार के चारो तरफ नक्काशी भी की गयी है. Kutub Minar Ki Lambai 237.86 फीट है.

क़ुतुब मीनार का फोटो- Qutub Minar Ka Photo

Kutub Minar Ki Photo देखने के लिए निचे दी गयी गैलरी को जरुर देखे.

क़ुतुब मीनार की ऊंचाई कितनी है- Qutub Minar Ki Unchai Kitni Hai

आपके मन में यह सवाल जरुर आया होगा कि Kutub Minar Ki Unchai Kitni Hai इसका जवाब है क़ुतुब मीनार की ऊंचाई 237.86 फीट है. क़ुतुब मीनार की ऊंचाई (मीटर में) 72.5 मीटर है.  ज्यादा जानकारी हेतु Qutb Minar का विकिपीडिया देखे.

क़ुतुब मीनार के बारे में अनसुनी बाते

1. कुछ इतिहासकार बताते है क़ुतुब मीनार का नाम कुतुबुद्दीन ऐबक के नाम पर पड़ा व कुछ इतिहासकार बताते है कि इसका नाम कुतुबद्दीन बख्तियार काकी के नाम पर पड़ा.

2. क़ुतुब मीनार का निर्माण जाम की मीनार (अफगानिस्तान) से आगे निकलने की चाह में करवाया गया था.

3. क़ुतुब मीनार में लाल और बुफ बलुआ पत्थर का इस्तेमाल किया गया है.

4. क़ुतुब मीनार को ध्यान से देखने पर आपको इसकी नक्काशी में मधुमक्खी के छज्जे के तरह सजावट देखने को मिलेगी.

5. ऐसा बताया जाता है कि यहाँ पर कुतुबुद्दीन ऐबक से भी सैकड़ो साल पहले हिन्दू टावर था. इसका साक्ष्य मीनार पर जड़ी गयी नक्काशी से भी पता चलता है.

6. बताया जाता है कि क़ुतुब मीनार को पहले विष्णु स्तम्भ कहा जाता था क्योकि मीनार पर हिन्दू देवी- देवताओ की तस्वीरे मौजूद है.

7. क़ुतुब मीनार को विष्णु स्तम्भ से भी पहले सूर्य स्तम्भ कहा जाता था.

क़ुतुब परिसर के बारे में- Kutub Parisar

Kutub Parisar के बारे में 8 महत्वपूर्ण स्मारक है जिनके बारे में निचे जानकारी दी गयी है.

1. क़ुतुब मीनार

2. लोहे का स्‍तंभ (सात मीटर ऊंचा)

3. अलाइ दरवाजा

4. अलाइ मीनार

5. 1310 में बना द्वार

6. अलतमिश

7. अलाउद्दीन खिलजी तथा इमाम जामिन के मकबरे

8. कुवत उल इस्‍लाम मस्जिद

इसके अलावा, क़ुतुब परिसर में और भी देखने योग्य काफी चीज़े है. क़ुतुब परिसर में सबसे महत्वपूर्ण चीजों के बारे में विवरण ऊपर दिया है.

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क़ुतुब मीनार कैसे पहुचे

कुतुब मीनार का नजदीकी मेट्रो स्टेशन कुतुब मीनार का है. यह मेट्रो स्टेशन येलो लाइन के ज़रिए समयपुर बादली, दिल्ली से गुरुग्राम के हुड्डा सिटी सेंटर से जुड़ा हुआ है. कुतुब मीनार मेट्रो स्टेशन, दिल्ली पहुंचकर पर्यटक, सड़क की दूसरी तरफ से डीटीसी बस नंबर 539 और 715 में जा सकते है. इसके अलावा, महरौली की तरफ जा रही सभी बसे कुतुब मीनार से होकर गुज़रती हैं. आप चाहें तो इन बसो से भी कुतुब मीनार जा सकते हैं. ऑटो के ज़रिए भी कुतुब मीनार पंहुचा जा सकता है.

सामान्यत: पूछे जाने वाले प्रश्न

क़ुतुब मीनार की लम्बाई कितनी है?

भारत देश की राजधानी दिल्ली में स्तिथ क़ुतुब मीनार की लम्बाई 237.86 फीट (72.5 मीटर) है. साथ ही, क़ुतुब मीनार का व्यास 14.3 मीटर है जो मीनार के उपरी हिस्से में जाकर 2.75 मीटर हो जाती है. Kutub Minar Ki Lambai 237.86 फीट है.

क़ुतुब मीनार कौन बनवाया?

Kutub Minar का निर्माण दिल्ली के पहले मुस्लिम शासक कुतुबुद्दीन ऐबक ने शुरू करवाया था. लेकिन, क़ुतुबमीनार का निर्माण कार्य इल्तुतमिश के राज में पूरा हुआ.

विश्व की सबसे ऊँची मीनार कौनसी है?

वर्ल्ड की ईंटो से बनी सबसे ऊँची मीनार का नाम “क़ुतुब मीनार” है. इसकी ऊंचाई 72.5 मीटर है जो इस क़ुतुब मीनार को विश्व में सबसे ऊँची मीनार है.

क़ुतुब मीनार किसने और कब बनवाया?

कुतुबमीनार का निर्माण कार्य कुतुबुद्दीन ऐबक के राज में 1193 में शुरू करवाया गया. कुतुबुद्दीन ऐबक कुतुबमीनार का आधार ही बनवा पाया उसके बाद इनके दामाद ने क़ुतुब मीनार का आगे का निर्माण कार्य पूरा करवाया.

दिल्ली की सबसे ऊँची मीनार कौनसी है?

दिल्ली ही नही अपितु विश्व की सबसे ऊँची मीनार “क़ुतुब मीनार” है. जिसकी लम्बाई लगभग 237.6 फीट है.

क़ुतुब मीनार की ऊंचाई कितनी है?

दिल्ली के महरौली भाग में स्तिथ क़ुतुब मीनार की ऊंचाई 237.86 फीट है. क़ुतुब मीनार की ऊंचाई (मीटर में) 72.5 मीटर है. इसका निर्माण कार्य इल्तुतमिश के कार्यकाल में पूरा हुआ.

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