नूंह हिंसा में मुस्लिमों के बहिष्कार पर गर्माया माहौल, अब कई खापों ने मिलकर लिया यह फैसला

नूंह | हरियाणा के नूंह में सांप्रदायिक झड़पें होने के कुछ दिनों बाद कई किसान संघों और खाप पंचायतों ने शांति की अपील की है और गौरक्षक मोनू मानेसर की गिरफ्तारी की मांग की है. बता दे 31 जुलाई को जब मुस्लिम- बहुल इलाके नूंह में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के जुलूस पर भीड़ ने हमला किया तब झड़प में 6 लोग मारे गए थे. मृतकों में 2 होम गार्ड और 1 मौलवी भी शामिल था.

Nuh Violence

305 लोग गिरफ्तार

मानेसर, बजरंग दल के एक नेता इस साल की शुरुआत में दो मुस्लिम व्यक्तियों की हत्या में उनकी कथित भूमिका के लिए वांछित हैं. यह अफवाह थी कि मानेसर नूंह में धार्मिक जुलूस में शामिल होंगे, जिससे कथित तौर पर शहर में सांप्रदायिक झड़पें हुईं जो बाद में गुरुग्राम और अन्य क्षेत्रों में फैल गईं. झड़पों के संबंध में अब तक 113 एफआईआर दर्ज की गई हैं और 305 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस 106 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.

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शांति बहाल मुख्य मकसद

बुधवार को हरियाणा के खापों, किसान संघों और धार्मिक नेताओं की एक बड़ी सभा ने हिंसा की निंदा करने के लिए हिसार में एक ‘महापंचायत’ आयोजित की और क्षेत्र में शांति और सद्भाव के लिए कई प्रस्ताव पारित किए. भारतीय किसान मजदूर संघ की ओर से आयोजित इस महापंचायत में हिंदू, मुस्लिम और सिखों ने हिस्सा लिया. बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी धर्मों के लोग शांति बहाल करने के लिए काम करेंगे.

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खापों की है मिश्रित प्रतिक्रिया

हाल ही में महेंद्रगढ़, रेवाड़ी और झज्जर जिलों में कुछ पंचायत प्रमुखों द्वारा कथित तौर पर लिखे गए पत्र ऑनलाइन सामने आए. पत्रों में दावा किया गया है कि पंचायतों ने मुस्लिम व्यापारियों को उनके गांवों में व्यापार करने से प्रतिबंधित कर दिया है. किसान यूनियनें नूंह में सांप्रदायिक हिंसा से निपटने के लिए हरियाणा सरकार की आलोचना करती रही हैं, जबकि खापों की मिश्रित प्रतिक्रिया रही है.

कुछ खापों ने मुस्लिम व्यापारियों के बहिष्कार का समर्थन किया है, जबकि अन्य ने हिंसा की निंदा की है और मानेसर की गिरफ्तारी की मांग की है. मुख्य रूप से जाट समुदाय से संबंधित खापें मानेसर की गिरफ्तारी की मांग कर रही हैं और सांप्रदायिक सद्भाव की अपील कर रही हैं.

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माना जाता है कि मानेसर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें उन्होंने नूंह धार्मिक जुलूस में शामिल होने का दावा किया है और अपने समर्थकों से बड़ी संख्या में बाहर आने का आह्वान किया है. बाद में उन्हें सोशल मीडिया से दूर रहने की चेतावनी दी गई. मानेसर ने कहा कि वह विश्व हिंदू परिषद की सलाह पर बैठक में शामिल नहीं हुए क्योंकि उन्हें डर था कि उनकी मौजूदगी से इलाके में तनाव पैदा हो सकता है. हरियाणा राज्य पुलिस प्रमुख पीके अग्रवाल ने कहा कि झड़पों में मानेसर की भूमिका की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया जाएगा.

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